31 हजार करोड़ के घोटाले पर पर्दा डालने के लिए हुई कार्ति की गिरफ्तारी : कांग्रेस
नई दिल्ली, 28 फरवरी (हि.स.)। कांग्रेस ने बुधवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को गिरफ्तार किये जाने की कार्रवाई को ‘जनधन लूट योजना’ के 31 हजार 697 करोड़ के घोटाले के सामने आने पर केंद्र सरकार की बौखलाहट करार दिया है।
उल्लेखनीय है कि आज (बुधवार) को कार्ति चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया केस के मामले में चेन्नई में लंदन की फ्लाईट से उतरकर एयरपोर्ट से बाहर आते वक्त सीबीआई ने गिरफ्तार किया है।
इसी सिलसिले में कांग्रेस के प्रमुख प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि मई 2017 में इस कथित मामले में एफआईआर की गई थी जबकि दर्ज एफआईआर में कार्ति का नाम भी नहीं था। उन्होंने इसे मोदी सरकार की तरफ से ध्यान भटकाने की कोशिश बताते हुए कहा कि विदेशी निवेश प्रमोशन बोर्ड (एफआईबीपी) मंजूरी मामले में बुधवार को चेन्नई में कार्ति चिदंबरम की गिरफ्तारी कांग्रेस को सच सामने लाने से नहीं रोक सकती है।
सुरजेवाला ने कहा कि रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर सुब्बा राव एफआईबीपी के अध्यक्ष थे| लेकिन, उनका नाम एफआईआर में नहीं है| कार्ति के बारे में पी चिदंबरम ने स्पष्ट कर दिया कि उनका और उनके परिवार के सदस्यों का कोई ताल्लुक इससे नहीं था।
सुरजेवाला ने कहा कि मोदी शासन में नीमो (नीरव मोदी), विजय माल्या और ललित मोदी फरार हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का एक ही एजेंडा बचा है सच सामने लाने से कांग्रेस को रोकना।
सुरजेवाला ने कहा कि कार्ति चिदंबरम की गिरफ्तारी मोदी सरकार ने पिछले दस दिन में 31 हजार 691 करोड़ रु. के घोटालों पर पर्दा डालने के लिए की है। मगर हम डरेंगे नहीं और उनके घोटालों को उठाते रहेंगे।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कार्ति चिदंबरम की गिरफ्तारी उन्हें सरकार को जवाबदेह ठहराने के लिए सच बोलने से भटका नहीं सकती। सुरजेवाला ने कहा कि इस सरकार को कठघरे में खड़े करने वाले भ्रष्टाचार के घोटालों, कुशासन और कुप्रशासन को छिपाने के लिए ध्यान भटकाने का यह नायाब तरीका है।