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 2019 का चुनाव जितने के लिए कांग्रेस का रहेगा इन पर फोकस

नई दिल्ली (7 सितंबर): 2019 के चुनाव की बाजी जीतने के लिए कांग्रेस महिला और युवा वोटरों पर खास फोकस करेगी। महिलाओं को कांग्रेस से जोड़ने के लिए महिला कांग्रेस पूरे देश में ‘महिला अधिकार यात्रा’ शुरू करेगी तो वहीं युवाओं को जोड़ने के लिए युवा कांग्रेस ‘युवा संवाद शिविर’ का आयोजन करेगा। कांग्रेस के संगठन महासचिव अशोक गहलोत के साथ होने वाली बैठक में महिला और युवा कांग्रेस ‘जीत का फॉर्मूला’ पेश करेंगे

2014 के चुनाव में युवाओं और महिलाओं द्वारा मोदी को भारी संख्या में वोट दिए जाने से कांग्रेस को जबर्दस्त हार का सामना करना पड़ा था। महिलाओं के हक की बात करते हुए  कांग्रेस ‘महिला अधिकार यात्रा’ शुरू करेगी। 17 सितंबर से राजस्थान, 20 तारीख से छत्तीसगढ़ और 27 तारीख से मध्यप्रदेश में यात्रा शुरू  करने की योजना है। दो या तीन बार से ज्यादा पंचायत चुनाव जीत चुकी महिलाओं की एक लिस्ट पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को सौंपी जाएगी, जिन्हें लोकसभा का टिकट दिया जा सकता है। जिस लोकसभा सीट पर महिला और पुरुष उम्मीदवार दोनों के जीतने की संभावना बराबर है, वहां महिलाओं को तरजीह दी जाएगी।

युवा कांग्रेस भी 18 से 30 साल के नए वोटरों को पार्टी से जोड़ने के लिए ‘युवा संवाद शिविर’ की शुरुआत करेगी। 45 साल से कम उम्र की उन युवा कार्यकर्ताओं पर नजर रखी जा रही है जो चुनाव जीत सकते हैं। ‘आधी आबादी पूरा हक’ नाम से युवा महिला वोटरों को जोड़ने की मुहिम भी यूथ कांग्रेस चला रही है।

सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए यूथ कांग्रेस ने ‘बाकी सब ठीक है’ नाम से मोदी सरकार के दावों की पोल खोलने वाला अभियान भी चलाएगा। इस अभियान में अर्थव्यवस्था की खस्ता हालत, बेरोजगार युवाओं के मुद्दे और किसानों के मुद्दे शामिल होंगे। वहीं महिला कांग्रेस तमाम क्षेत्रों के प्रोफेशनल्स को भी पार्टी में जोड़ने की मुहिम चलाएगी। राहुल गांधी ने प्रोफेशनल लोगों को पार्टी से जोड़ने के लिए खास मुहिम चलाई थी। जाहिर है कांग्रेस की नजर उन महिलाओं और युवा वोटरों पर है जिनकी संख्या लगभग 65 फ़ीसदी के आसपास है। कांग्रेस की रणनीति इन वोटरों को अपने पक्ष में कर 2019 की जंग जीतनी है।

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