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2008 गुजरात ब्लास्ट का मास्टरमाइंड आतंकी अब्दुल सुभान कुरैशी को दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार

नई दिल्ली, 22 जनवरी (हि.स.)। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शनिवार रात गाजीपुर के पास मुठभेड़ के बाद इंडियन मुजाहिद्दीन के संदिग्ध आतंकी अब्दुल सुभान कुरैशी (40) को गिरफ्तार किया। मुठभेड़ में करीब 14 राउंड गोलियां चली। स्पेशल सेल ने अब्दुल के पास से एक पिस्टल,पांच जिंदा कारतूस व कुछ फर्जी कागजात बरामद किया है। स्पेशल सेल के डीसीपी पीएस कुशवाह ने बताया कि अब्दुल गाजीपुर में अपने एक साथी से मिलने आया था। 

सेल ने संदिग्ध आतंकी को कोर्ट में पेश करके 14 दिन की रिमांड पर लिया है। डीसीपी के अनुसार संदिग्ध आतंकी अब्दुल से पूछताछ पर पता चला कि वह गाजीपुर अपने एक साथी से मिलने आया था। 2008 के गुजरात सीरियल ब्लास्ट के बाद उसके कई साथी पकड़े गए। अब्दुल संगठन को दोबारा बना रहा था। 

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वरिष्ठ पुलिस सूत्रों के अनुसार अब्दुल सुभान गत वर्ष 2008 के गुजरात सीरियल ब्लास्ट में शामिल था। स्पेशल सेल के डीसीपी पीएस कुशवाह के अनुसार अब्दुल सुभान आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए युवकों की भर्ती करता था। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस बार दिल्ली में आतंकी हमले की साजिश थी, लेकिन उससे पहले ही स्पेशल सेल ने इसे दबोच लिया। 

आतंकी अब्दुल सुभान कुरैशी
आतंकी अब्दुल सुभान कुरैशी

2008 ब्लास्ट के बाद वह रक्सौल से होते हुए नेपाल भाग गया था। डीसीपी के अनुसार 2015 से 2017 के बीच अब्दुल सउदी में रहा। अब्दुल पहले एक प्राइवेट कंपनी में आईटी विभाग में काम करता था। अब्दुल की अंग्रेजी काफी अच्छी है। डीसीपी के अनुसार अब्दुल के ऊपर एनआईए ने चार लाख का ईनाम भी घोषित किया हुआ था। 

अब्दुल ने पूछताछ में बताया कि वह नेपाल में फर्जी कागजात लेकर रहा। वहां उसने अंग्रेजी के टीचर की नौकरी की। पुलिस के अनुसार अब्दुल का नाम मुंबई ट्रेन ब्लास्ट में भी आया है। जिसकी पुलिस जांच कर रही है।

चार राज्यों में बड़ा नेटवर्क

पुलिस के अनुसार अभी तक पूछताछ में पता चला है कि अब्दुल के मुंबई,मध्य प्रदेश,यूपी व कर्नाटक में काफी अच्छा नेटवर्क है। कर्नाटक में कैम्प लगाकर वह आतंकी को ट्रेनिंग देता था। ट्रेनिंग में बम बनाना पकड़े जाने पर क्या करना होता है। इन सब बातों की जानकारी दी जाती थी। 

 

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