तमिलनाडु के किसानों ने दी चेतावनी , मांगे नहीं मानी तो पिएंगे पेशाब !
नई दिल्ली, 22 अप्रैल= सूखा राहत फंड और ऋण माफी की मांग को लेकर तमिलनाडु के किसानों का जंतर – मंतर पर 39 दिनों से विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। किसानों ने शनिवार को कहा कि अगर केंद्र सरकार ने मांगे नहीं मानी तो हम पेशाब पिएंगे।
उन्होंने पानी की खाली बोतलों में पेशाब रखकर विरोध किया। किसानों का कहना है कि मांगे नहीं मानी गयी तो रविवार को मल खाने पर भी मजबूर हो जाएंगे।
इससे पहले धरने पर मौजूद किसानों ने मरे हुए सांपों को काट कर, मरे हुए चूहे भी अपने होठों के बीच दबा रखा था। इन किसानों ने विरोध स्वरुप नग्न होकर साऊथ ब्लॉक पर प्रदर्शन किया था।
उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु में ई पलानीसामी की सरकार ने 2 हजार 247 करोड़ रुपये का सूखा राहत पैकेज देने की बात कही हालांकि किसान इसे कम मान रहे हैं।
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गौरतलब है कि तमिलनाडु के किसान इन दिनों भयंकर सूखे का सामना कर रहे हैं. किसानों का आरोप है कि आत्महत्या के बढ़ते मामलों के बावजूद सरकार उनकी सुनवाई नहीं कर रही है. वो कर्ज माफी के साथ राहत पैकेज की भी मांग कर रहे हैं. इधर, 13 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु में किसानों की आत्महत्या को लेकर राज्य सरकार को फटकार लगाई थी. कोर्ट ने माना था कि किसानों की हालत वाकई बेहद चिंताजनक है और ऐसी स्थितियों में सरकार की जिम्मेदारी है कि वह अपने नागरिकों का ख्याल रखे. कोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी कर दो हफ्ते के भीतर जवाब मांगा है.