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196 केंद्रों पर होगी बोर्ड परीक्षा, 01 लाख 70 हजार 57 परीक्षार्थी होंगे शामिल

गोरखपुर 25, नवम्बर (हि.स.)। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा को शुचितापूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने को परीक्षा केंद्रों के निर्धारण की प्रक्रिया पूर्ण ही चुकी है। परीक्षाएं उन्हीं 196 केंद्रों पर होगी, जिन केंद्रों में सीसी टीवी कैमरे लगे हैं। निर्धारित 196 परीक्षा केन्द्रों पर मुख्य द्वार एवं प्रत्येक कक्ष में सीसी टीवी कैमरा स्थापित किया गया है। प्रश्नपत्रों की सुरक्षा एवं गोपनीयता की मुकम्मल व्यवस्था की गयी है। शासन द्वारा निर्धारित मानक के आधार पर सभी 196 परीक्षा केन्द्रों एवं अन्य विद्यालयों का भौतिक सत्यापन संबंधित एसडीएम तथा जिला स्तरीय अधिकारियों से कराया जा रहा है।

वर्ष 2017 में एक लाख 62 हजार 456 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी थी। अब इस वर्ष यानी वर्ष 2018 में एक लाख 70 हजार 57 छात्र-छात्राओं को बोर्ड परीक्षा देनी है। प्रशासन ने इसकी व्यवस्था मुकल्लम करनी शुरू कर दी है। इसके लिए जिले में कुल 196 विद्यालयों को परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं। इसमें 28 स्वकेन्द्र हैं। यहां केवल छात्राओं को परीक्षा देनी है।

केंद्र बनाने को 418 विद्यालयों ने किया है ऑनलाइन आवेदन

जिले के कुल 418 माध्यमिक विद्यालयों ने परीक्षा केन्द्र बनाने के लिए ऑनलाइन आवेदन दिया है। इनमें से 196 को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है। इस सम्बंध में 20 नवम्बर तक आनलाइन आपत्तियां मांगी गयी थी।

43 विद्यालयों पर आपत्तियां 

मानक से अधिक दूरी के आधार पर 43 विद्यालयों को लेकर आपत्ति प्राप्त हुई हैं। इसके अलावा शासन के मानक पूरा करने वाले 77 नये विद्यालयों ने परीक्षा केन्द्र बनाने का अनुरोध किया है। शासन के निर्देशानुसार संस्थागत एवं व्यक्तिगत बालक परीक्षार्थी का अधिकतम 8 किलोमीटर तथा छात्राओं का 5 किलोमीटर से अधिक दूरी पर केन्द्र नहीं होना चाहिए। शासन के अनुसार मानक को पूरा करने वाले निकट के विद्यालय को केन्द्र बनाने के लिए जांच अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। इनकी रिपोर्ट के मुताबिक नजदीक के विद्यालयों को केंद्र बनाने की प्रक्रिया पूरी होगी।

यह होनी चाहिए व्यवस्था

जिला विद्यालय निरीक्षक जीपी भदौरिया ने बताया कि परीक्षा केन्द्र वाले विद्यालय में चारदीवारी तथा मुख्य द्वार होना चाहिए। मुख्य द्वार एवं परीक्षा कक्ष में सीसी टीवी कैमरा के अलावा स्थायी बिजली व्यवस्था, शुद्ध पेयजल, अग्निशमन यन्त्र, शौचालय का होना अनिवार्य है। परीक्षा केन्द्र का मुख्य सम्पर्क मार्ग से जुड़ा रहना भी जरूरी है। प्रश्नपत्रों की सुरक्षा एवं गोपनीयता के लिए लोहे की अलमारी होना चाहिए।
खुले में तंबू लगाकर नहीं होगी परीक्षा

मानकों के अतिरिक्त परीक्षा केन्द्र पर खुले और तम्बू कनात लगाकर परीक्षा कराने पर पाबंदी लगाई गई है। प्रधानाचार्यों को केन्द्राध्यक्ष बनाने का निर्णय लिया गया है, लेकिन डीबार विद्यालयों पर बाहरी केन्द्राध्यक्ष बनाने का भी निर्णय लिया गया है। गोरखपुर में ऐसे दो विद्यालय हैं।

तय है परीक्षार्थियों की संख्या

प्रत्येक परीक्षा केन्द्र के छात्र-छात्राओं की न्यूनतम संख्या 300 तथा अधिकतम 1200 निर्धारित की गई है। इससे अधिक संख्या में किसी भी केंद्र पर परीक्षा लेने की अनुमति नहीं होगी।

इस संबंध में जिलाधिकारी राजीव रौतेला का कहना है कि हाईस्कूल एवं इन्टर की बोर्ड परीक्षा नकलविहीन एवं शुचितापूर्ण कराने के लिए जिला प्रशासन दृढ़ संकलिप्त है। अधिकारियों के साथ बैठक की जा चुकी है। किसी भी सूरत में नकल को प्रश्रय नहीं दिया जाएगा। अगर कोई अधिकारी या कर्मचारी इसमें लिप्त पाया गया तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।

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