नई दिल्ली, 29 जनवरी = श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए 15 साल बाद महात्मा गांधी की समाधि राजघाट को संवारा जा रहा है। पहली बार राजघाट के चार प्रवेश द्वारों पर महात्मा गांधी के प्रसिद्ध कथन और प्रेरक उपदेश के 30 प्रसिद्ध कथनों को भी अंकित किया जाएगा।
30 जवनरी को महात्मा गांधी की 69वीं पुण्य तिथि के अवसर पर सोमवार को शहरी विकास मंत्री एम. वैकेया नायडू सौर ऊर्जा संयंत्र, एलईडी लाइट, सीसीटीवी कंट्रोल रूम का राजघाट पर उद्घाटन करेंगे।
चंपारण सत्याग्रह के 100 साल पूरे होने की याद में राजघाट समाधि पत्रिका के विशेष अंक का लोकार्पण किया जाएगा। पिछले दो साल में सरकार ने समाधि स्थल की कमियों को देखते हुए अनेक पहल करने का फैसला लिया है, जिनका महात्मा 69वीं पुण्य तिथि के अवसर पर सोमवार को उद्घाटन किया जा रहा है। सरकार के अनुसार समाधि स्थल पर 27 सीसीटी कैमरे लगाने के साथ ही सुरक्षा प्रबंध को चाक-चौबंद किया जाएगा। शहरी विकास मंत्रालय के तहत राजघाट समाधि समिति के अनुसार प्रतिदिन राजघाट पर दस हजार स्वदेशी और विदेशी श्रद्धालु समाधि स्थल पर दर्शन के लिए आते हैं।
राजघाट के प्रवेश द्वारों पर महात्मा गांधी के प्रसिद्ध कथन और प्रेरक उपदेश लिखे जाने के साथ ही इस स्मारक स्थल का स्वरूप भी बदला जाएगा। इसका बीड़ा केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) ने उठाया है जो इस समाधि स्थल को नया रूप देने की तैयारी में है। सीपीडब्ल्यूडी इस योजना पर दिल्ली शहरी कला आयोग (डीयूएसी) और राजघाट समाधि समिति के साथ मिलकर काम कर रहा है। ग्रेनाइट से बने द्वारों पर ये कथन सफेद संगमरमर से अंकित किए जाएंगे।