वाशिंगटन, 23 नवम्बर (हि.स.)। अमेरिका ने मुंबई हमले के सूत्रधार और जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद की रिहाई की निदा की है और कहा है कि ट्रंप प्रशासन की नजर में वह अब भी एक आतंकवादी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, एक अमेरिकी विशेषज्ञ ने यहां तक कहा कि पाकिस्तान का नाटो सहयोगी का दर्जा खत्म करने का समय आ गया है। अमेरिका के दक्षिण एशिया मामले के विशेषज्ञ ब्रूस रीडल ने कहा कि मुंबई में 26/11 के हमले के नौ साल बीत गए, लेकिन अब तक इसका सूत्रधार कानून के घेरे से बाहर है।
हाफिज की रिहाई के बाद विदेश मंत्रालय के एक पूर्व अधिकारी एवं वर्तमान में विदेश संबंध परिषद में कार्यरत एलिसा आयरेस ने कहा कि अगर एक शब्द में कहा जाए तो रिहाई एक उल्लंघन है। उन्होंने कहा, “ हम फिर खबरें पढ़ेंगे कि हाफिज सईद अपनी अगुवाई में हजारों लोगों के साथ और रैलियां निकाल रहा है।”
उन्होंने आगे कहा कि हाफिज और उसका गुट को संयुक्त राष्ट्र ने प्रतिबंधित कर रखा है और पाकिस्तान सुरक्षा परिषद द्वारा सईद और उसके गुट को दिए गए आतंकवादी दर्जे को बरकरार रखने के अपने दायित्व का पालन नहीं कर रहा है। ऐसे में वह आंतकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने का दावा नहीं कर सकता हे।
उधर, ट्रंप प्रशासन का कहना है कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-उद-दावा का सरगना हाफिज सईद अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र की नजरों में आतंकी है। प्रशासन ने पाकिस्तान को याद दिलाया कि संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका दोनों की ओर से वैश्विक आतंकी घोषित किया जा चुका है। अमेरिका ने हाफिज सईद के सिर पर एक करोड़ डॉलर का इनाम रखा है।