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हमेशा धर्मशास्त्र का करें पालन : स्वामी अड़गड़ानंद जी महाराज .

मुंबई =स्वामी अड़गड़ानंद जी महाराज कहते है कि  यदि हम देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना न करें बल्कि उनके कहे पर चलें, धर्मशास्त्र में उनकी वाणी का पालन करें, तो भावी भारत का स्वरूप भी वही होगा जो युगों पूर्व था। भारत पुन: वैभवशाली, पराक्रमी और दिग्विजयी होगा। वास्तविक धर्म की स्थापना और धर्मशास्त्र के ज्ञान के लिए साधु-संतों की बहुत बड़ी भूमिका है, परन्तु तब जब वे गिरिवासी, वनवासी के बीच में जाकर उन्हें दीक्षित करें। जो शहरों में रहकर किसी देवी-देवता का बड़ा मंदिर बनवाकर अथवा कथा-प्रवचन कर रहे हैं, वे वास्तव में धर्म का कोई कार्य नहीं कर रहे हैं। समाज का कोई भला नहीं कर रहे हैं। उनकी तो वास्तविक आवश्यकता गांव, देहात और वनों में है, जहां हमारे भोले-भाले हिन्दू बन्धुओं को सात समन्दर पार से आए मिशनरी के लोग ईसाई बना रहे हैं।

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