हमीरपुर सड़क हादसा: तीन मृतकों की शिनाख्त, चार की हालत नाजुक
हमीरपुर, 08 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर और कानपुर सीमा में नेशनल हाइवे में शुक्रवार को बाइक सवार पीएनसी कर्मचारियों को बचाने के चक्कर में हुये हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई। हादसे में 10 से ज्यादा लोगों की घायल होने की खबर है। जिसमें से चार की हालत गंभीर बतायी जा रही है। घायलों को कानपुर रेफर किया जा चुका है। तीन मृतकों की शिनाख्त की जा चुकी है।
उल्लेखनीय है कि हमीरपुर जिला मुख्यालय से करीब पांच किमी दूर यमुना पुल पार जवाहर नाले के आगे दुर्गा मंदिर के पास शुक्रवार को सुबह मौरंग से ओवर लोड डंपर क्रमांक यूपी-78.डीएन 2223 सामने से तेज रफ्तार से हमीरपुर की ओर आ रहे ट्रक से सीधी टक्कर हो गयी। यह हादसा दो ट्रकों के बीच में बाइक सवार पीएनसी के टाल प्लाजा के कर्मचारियों को बचाने के चक्कर में हुआ जिसमें पीएनसी कर्मी बाबूराम (48) पुत्र जगन्नाथ निवासी इंगोहटा सुमेरपुर हमीरपुर की मौके पर मौत हो गयी वहीं बाइक में सवार टाल प्लाजा अलियापुर का कर्मी गंगाराम (44) पुत्र चुनूवाद निवासी कुंडौरा सुमेरपुर हमीरपुर गंभीर रूप से घायल हो गया।
लखनऊ के ट्रांस गोमतीनगर इलाके में मिला शव, हत्या की आशंका
वहीं डंपर चालक संजीव कुमार सिंह (22) पुत्र स्व.मुन्नी सिंह निवासी अमौली सजेती कानपुर नगर,सुरेन्द्र कुमार गुप्ता (40) पुत्र रामसेवक गुप्ता निवासी फत्तेपुर मौदहा हमीरपुर व दो अन्य अज्ञात लोगों की मौत हो गयी। मृतकों में दो की शिनाख्त अभी नही हो सकी है मगर अनुमान लगाया जा रहा है कि मृतकों में दूसरे ट्रक का चालक व खलासी होगा। हादसे में कमलेश कुशवाहा (20) पुत्र रामचरन निवासी सुमेरपुर, रामनरेश गुप्ता (30) पुत्र बांकेलाल गुप्ता निवासी सुमेरपुर, धीरेन्द्र सिंह (40) पुत्र राजेन्द्र सिंह निवासी आमारा जसपुरा बांदा, सिद्धगोपाल (40) पुत्र शिव विशाल निवासी सुमेरपुर, महेश्वरी (38) पुत्र दनकू निवासी सुमेरपुर, रामेश्वर (33) पुत्र कैलाश निवासी लालपुर उन्नाव, दिलीप पुत्र अज्ञात, प्रेमनारायण प्रजापति पुत्र बाबूराम निवासी सुमेरपुर, राजेन्द्र (38) पुत्र वृन्दा प्रसाद निवासी मौदहा, सुरेन्द्र पुत्र रामसेवक गुप्ता निवासी फत्तेपुर मौदहा गंभीर रूप से घायल हुये है। इनमें राजेन्द्र सहित चार घायलों को कानपुर रेफर किया गया है। पीएनसी कर्मियों ने हमीरपुर स्थित सदर अस्पताल में पीएनसी कर्मी को मृत देख रो पड़ा। उसने कहा कि हल्की उम्र के लोग भारी वाहन लेकर सड़कों पर निकल पड़ते है जो हादसे का कारण बन रहे है मगर कोई भी ऐसे लोगों को नहीं देख रहा है।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बाइक सवारों को बचाने के चक्कर में दो ट्रक आपस में टकरा गये है जिससे पांच लोगों के खून से हाइवे की सड़क लाल हो गयी है। अस्पताल के सीएमएस डा.शर्मा ने बताया कि इतना बीभत्स हादसा पहली बार देखा गया है जिसमें पांच लोगों की मौत के साथ ही इतनी संख्या में लोग बुरी तरह घायल हुये हैं।