स्वाइन फ्लू ने उड़ाई स्वास्थ्य विभाग की नींद, अलर्ट जारी .
Uttar Pradesh.मेरठ, 31 मार्च = मौसम के मिजाज में हो रहे उतार-चढ़ाव ने बीमारियों को न्यौता दे दिया है। दक्षिण भारत में स्वाइन फ्लू की दस्तक के बाद अब मेरठ में दो संदिग्ध केस मिलने से स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ गई है। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग ने संदिग्ध स्वाइन फ्लू के मरीजों की तलाश की, लेकिन स्वास्थ्य अधिकारी किसी भी स्वाइन फ्लू के केस से इनकार कर रहे हैं।
एच1एन1 अर्थात स्वाइन फ्लू का वायरस सर्दियों के मौसम में अपना कहर बरपाता है, लेकिन इस बार यह गर्मियों में ही आ धमका है। दक्षिण भारत के तमिलनाडु और महाराष्ट्र राज्यों में एच1एन1 का प्रकोप शुरू हो गया है। वहां के कई मरीज वेंटीलेटर पर है। अब उत्तर प्रदेश के लखनऊ में स्वाइन फ्लू की दस्तक के बाद मेरठ में भी दो संदिग्ध मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची हुई है। डाॅक्टरों का कहना है कि रात और दिन में तापमान में भारी अंतर होने से वायरस खतरनाक रूप से बढ़ रहा है। मेरठ में दिन की गर्मी एवं रात के तापमान के बीच काफी अंदर होने से एच1एन1 वायरस पनप रहा है।
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मेरठ के सैकड़ों युवा दक्षिण भारतीय शहरों में रहकर पढ़ाई और नौकरी कर रहे हैं। वहां से अपने फैमिली डाॅक्टर्स से स्वाइन फ्लू के बारे में सलाह ले रहे हैं। डाॅक्टरों का कहना है कि मेरठ से दो संदिग्ध केस दिल्ली रेफर किए गए हैं। डाक्टरों का कहना है कि इन मरीजों में 95 फीसदी एच1एन1 से संक्रमित हैं। जांच रिपोर्ट से इसकी पुष्टि हो जाएगी।
स्वाइन फ्लू के लक्षण
-सामान्य फ्लू की तरह लक्षण प्रकट करता है।
-दो से पांच दिन में उभरता है।
-अधिकतम 17 दिन तक रहता है।
-बुखार, नाक बहना, खांसी, छींक, गले में खराश, सिर दर्द, बदन दर्द, आंखों में लालिमा एवं सांस का फूलना।
-बच्चों में उल्टी दस्त हो सकती है।
-उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, सांस रोग, टीबी, कैंसर एवं शुगर के मरीजों पर खतरा।
हालांकि शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग ने स्वाइन फ्लू को लेकर अलर्ट जारी कर दिया और ऐहतियात बरतने के निर्देश दिए, लेकिन सीएमओ डाॅ. वीपी सिंह का कहना है कि मेरठ में अभी एच1एन1 का कोई केस सामने नहीं आया है।