सुषमा स्वराज ने लताड़ा पाकिस्तानी विदेश मंत्री सरताज को कहा , पाक गैर जिम्मेदार देश
नई दिल्ली, 10 जुलाई : केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तानी विदेश मंत्री सरताज अज़ीज़ पर शिष्टाचार नहीं निभाने का आरोप लगाया है। सुषमा ने कहा है कि पाकिस्तान अपने ही नागरिकों की चिंता नहीं करता है।
सुषमा ने सोमवार को ट्विटर पर एक के बाद एक ट्वीट कर पाकिस्तान की पोल खोली।
We also have a visa application pending for an Indian national Mrs.Avantika Jadhav who wants to meet her son in Pakistan /5
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) July 10, 2017
सुषमा ने कहा, ‘कुलभूषण जाधव की मां अवंतिका जाधव को वीसा दिए जाने के लिए उन्होंने पाक विदेशमंत्री को व्यक्तिगत पत्र लिखा था लेकिन उन्होंने पत्र का जवाब देने तक का शिष्टाचार भी नहीं निभाया।’ दरअसल अवंतिका जाधव पाकिस्तान जेल में बंद कुलभषूण जाधव की मां है जिसको पाकिस्तान ने मौत की सजा सुनाई है।
सुषमा ने पाकिस्तान के गैर जिम्मेदार रवैये के बावजूद भारत की तरफ से पाकिस्तानी नागरिकों को कहा, ‘मैं पाकिस्तानी नागरिकों को ये भरोसा दिलाती हूं कि वह सरताज अज़ीज़ की सिफारिश के साथ मेडिकल वीजा के लिए आवेदन करने पर उन्हें तुरंत भारत का वीज़ा उपलब्ध कराया जाएगा।’
सुषमा ने एक और मामले का जिक्र कर पाकिस्तान पर अपने नागरिकों की चिंता नहीं करने का आरोप लगाया। दरअसल हाल ही में एक पाकिस्तानी महिला ने आरोप लगाया था कि भारत की ओर से उसकी कैंसर पीड़ित बेटी को वीजा देने से मना कर दिया गया है। इसी को लेकर सुषमा स्वराज ने कई ट्वीट कर इस आरोप का खंडन किया है। सुषमा ने ट्वीट कर कहा, ‘मेरी सांत्वना उन सभी पाकिस्तानियों के साथ हैं जो भारत में इलाज कराने के लिए मेडिकल वीजा चाहते हैं। मुझे विश्वास है कि सरताज अज़ीज की भी अपने देश के नागरिकों के प्रति यही सोच होगी।’
सुषमा ने आगे कहा कि वीजा देने के लिए सिर्फ मुझे पाकिस्तान की ओर मेडिकल वीजा जारी करने की रिकमेंडेशन की ज़रूरत होगी। मुझे ये समझ नहीं आ रहा कि पाकिस्तान खुद अपने देश के नागरिकों के लिए सिफारिश/अनुशंसा से क्यों हिचक रहा है।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान की एक महिला ने कुछ दिन पहले ही ये आरोप लगाया था कि भारत ने उसकी कैंसर पीड़ित बेटी को वीज़ा देने से इनकार कर दिया है। महिला का कहना था कि उसकी 25 साल की बेटी कैंसर से पीड़ित है। वह इलाज के लिए भारत जाना चाहती थी, लेकिन भारतीय दूतावास ने दोनों देशों के बिगड़ते रिश्तों का हवाला देते हुए मेडिकल वीज़ा देने से मना कर दिया।