सुब्बुलक्ष्मी के जन्म शताब्दी पर आईजीएनसीए मनाएगा उत्सव
नई दिल्ली,15 सितम्बर : भारत रत्न डॉ. एम. एस. सुब्बुलक्ष्मी के जन्म शताब्दी कार्यक्रम को 16 सितंबर 2016 से 16 सितंबर, 2017 तक मनाने के लिए संस्कृति मंत्रालय ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र (आईजीएनसीए) को सौंपा था। इसी क्रम में भारत रत्न डॉ एम एस सुब्बुलक्ष्मी के जन्म शताब्दी के समापन समारोह का जश्न मनाने के लिए आईजीएनसीए कुछ कार्यक्रमों का आयोजन करने जा रहा है। जिसमें 15 से 22 सितम्बर तक आईजीएनसीए के प्रांगण में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों को प्रदर्शित किया जाएगा। जिनमें लोक गायन, लोक वादन, पुस्तक मेले, लघु फिल्में, जैसे आयोजन किये जाएंगे।
गौरतलब है कि वर्षभर चले इस उत्सव का उद्घाटन बेंगलुरु में केंद्रीय केमिकल और फर्टिलाइजर्स मंत्री अनंत कुमार के द्वारा सितंबर 2016 मेें किया गया था। इस समारोहों में गौरी रामनारायण (डॉ. एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी की भतीजी) ने संगीत और व्याख्यान कार्यक्रमों में भाग लिया था।
इसके पहले भारत सरकार ने डॉ. एम एस सुब्बुलक्ष्मी की जन्म शताब्दी के अवसर पर 100 रुपये और 10 रुपये मूल्य के स्मारक सिक्के जारी करने की अधिसूचना भी जारी की थी। इन स्मारक सिक्कों की ढलाई सिक्योरिटी प्रिंटिंग और मिंटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसपीएमसीआईएल) द्वारा की जाएगी।
डॉ. सुब्बुलक्ष्मी कर्नाटक की गायिका थीं| उनका जन्म मद्रास प्रेसीडेंसी के तहत मदुरई में 1916 को हुआ था। वे भारत रत्न से सम्मानित होने वाली वे पहली संगीतकार थी। वे रमन मैगसेसे पुरस्कार प्राप्त करने वाली भी पहली भारतीय संगीतकार हैं। इस पुरस्कार को एशिया का नोबल पुरस्कार भी माना जाता है।