सीएमओ के निरीक्षण में ड्यूटी से गायब मिले चिकित्सक
लखनऊ, 17 अक्टूबर (हि.स.)। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ जीएस बाजपेई राजधानी की स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने के लगातार प्रयास में हैं लेकिन शहर के सीएचसी पीएचसी पर तैनात चिकित्सकों पर कोई असर नहीं दिख रहा है। सीएमओ ने जबसे लखनऊ का कार्यभार संभाला, तबसे वह लगातार औचक निरीक्षण कर रहे हैं। वह सीएचसी-पीएचसी और प्राइवेट अस्पतालों पर भी छापेमारी करते हैं लेकिन उनके निरीक्षण का कोई असर नहीं दिख रहा है।
डॉ जीएस बाजपेई ने लखनऊ के दर्जनों प्राइवेट अस्पतालों को सील कर चुके हैं। इसी तरह सीएचसी-पीएचसी पर तैनात चिकित्सक निरीक्षण में कई बार गैर हाजिर मिले। सीएमओ ने वेतन काटने का निर्देश देकर अपना कर्तव्य पूरा मान लिया।
सीएमओ ने सोमवार को सुबह कई प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण किया था। निरीक्षण में राजाजीपुरम प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चिकित्सक गायब मिले थे। इसके अलावा अन्य कई स्थानों पर अन्य स्टाफ भी गायब था।
वहीं मंगलवार को भी सीएमओ ने राजेन्द्रनगर स्थित नाका हिन्डोला प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया। सीएमओ को मौके पर केवल लैब टेक्नीशियन ही मिला। चिकित्सक समेत कई कर्मचारी अनुपस्थित मिले हैं। इस पर सीएमओ ने केंद्र के प्रभारी को कड़ी फटकार लगाई है।
सीएमओ डॉ जीएस वाजपेयी इसके बाद सुबह आठ बजकर 20 मिनट पर राजधानी के नाका हिंडोला नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे। वहां पर उनको 2 कर्मचारी अनुपस्थित मिले हैं, जिसमें फार्मासिस्ट फैज अहमद और कर्मचारी राही सिंह शामिल है।
राजेंद्र नगर यूपीएचसी पर सीएमओ को मरीज बाहर डॉक्टरों का इंतजार करते मिले हैं। केवल लैब टेक्नीशियन प्रदीप सेंटर खोलकर चिकित्सकों का इंतजार करते पाया गया। निरीक्षण में अनुपस्थित पाये जाने पर एक दिन का वेतन कटता है, लेकिन इससे भी कर्मचारियों पर काई असर नहीं दिख रहा है। सीएमओ का कहना है कि अगर चिकित्सक अपनी कार्यशैली नहीं सुधारते हैं तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी।