साईं बाबा पादुका दौरे का ग्रामीणों ने किया विरोध, निर्णय न होने पर अनशन
मुंबई, 02 नवम्बर (हि.स.)। प्रचार-प्रसार की आड़ में शिर्डी साईं बाबा के पादुकाओं के दौरा कार्यक्रम को तत्काल बंद करने की मांग शिर्डी के ग्रामीणों ने संस्थान के विश्वस्त व अधिकारियों से की है। पांच नवम्बर को पादुकाओं का चेन्नई दौरा आयोजित किया गया है, जिसे रद्द नहीं किया गया तो छत्रपति सरकार नामक संगठन के 150 युवक अनशन पर बैठ जाएंगे। इस आशय की चेतावनी गणेश कोते व वैभव कोते ने दी है।
शिर्डी साईं बाबा के प्रचार-प्रसार के लिए उनकी पादुकाओं को लेकर दौरा किया जा रहा है। शिर्डी साईंबाबा संस्थान के उपाध्यक्ष चंद्रशेखर का कहना है कि, शताब्दी समारोह निमित्त बाबा का प्रचार-प्रसार हो, इसलिए यह दौरा आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणें की मांग को लेकर वे व्यवस्थापन समिति की बैठक में चर्चा करेंगे।
संस्थान की उप समिति की बैठक में ग्रामीणों ने अपनी भूमिका रखी है। पूर्व विश्वस्त सचिन तांबे ने ग्रामीणों व ट्रस्टियों के बीच समन्वय व चर्चा करने के लिए प्रयास किया, लेकिन प्रयास असफल रहा। ग्रामीणों ने कहा, बाबा की कोई भी वस्तू शिर्डी से बाहर न ले जाई जाए, इसके बजाए यहां पर आने वाले भक्तों के लिए पादुका व बाबा के स्नान का पलंग दर्शन के लिए उपलब्ध कराया जाए।
साईं बाबा की पादुका को बाजार न बनाया जाए, यदि पादुका को बाजार बनाने केे क्रम को रोकना नहीं गया और पादुका दौरा रदद नहीं किया गया तो छत्रपति सरकार नामक संगठन इसे रोकने के लिए अनशन करेगा। संगठन के कार्यकर्ताओं का कहना है कि भावना की आड़ में व्यवहार किया जा रहा है। महोत्सव का प्रचार-प्रचार टीवी और समाचार पत्रों में विज्ञापन देकर किया जाए।