देहरादून, 28 दिसम्बर (हि.स.)। शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रमों से स्कूली बच्चों में एकता की भावना विकसित होती है। देश की विशिष्टताओं के बारे में पता चलता है। खासतौर पर उन्हें दूसरे प्रांतों के लोगों को स्कूली बच्चों से सम्पर्क करने और विचार-विनिमय का मौका मिलता है। शैक्षणिक भ्रमण के तहत गुरुवार को देहरादून आए बेंगलुरु के केंद्रीय विद्यालय के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए राज्यपाल डॉ कृष्ण कांत पॉल ने यह बातें कहीं।
राज्यपाल ने कहा कि हमारा देश एक है, हमारी संस्कृति एक है। भाषा, खान-पान व रीति-रिवाजों की विभिन्नता, हमारी संस्कृति की समृद्धता को बताती है। हमारी सबसे बड़ी विशेषता हमारे सांस्कृतिक मूल्य हैं। जीवन में इन सांस्कृतिक मूल्यों को बनाए रखना है। सरकार का प्रयास है कि समाज का कोई भी वर्ग विकास के पथ पर पीछे न छूटे। हर बच्चे को शिक्षा व जीवन में उन्नति के समान अवसर प्राप्त हों। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक भारत-श्रेष्ठ भारत के लिए अनेक पहल की हैं। स्वच्छ भारत मिशन भी ऐसी ही महत्वपूर्ण पहल है। बच्चे स्वच्छता अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। अगर हम अपने आस पास के स्थानों व सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ रखें तो स्वतः ही पूरा भारत स्वच्छ हो जाएगा। राज्यपाल ने बच्चों से बातचीत करते हुए भ्रमण के अनुभव के बारे में पूछा। बच्चों से उनकी पढ़ाई व करियर की योजना के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने बच्चों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकमानाएं दीं।