सरकार ने दिया झूठा दिलासा || 10वीं का रिजल्ट लटका ||इंटरनल असेसमेंट का बहिष्कार जारी
मुंबई. 10वीं के रिजल्ट के लिए विद्यार्थियों का इंतजार लंबा हो सकता है, क्योंकि शिक्षकों का इंटरनल असेसमेंट का बहिष्कार जारी है. शिक्षकों के मुताबिक सरकार ने लोकल में प्रवास को लेकर उन्हें झूठा दिलासा दिया है. शिक्षकों में इस बात को लेकर काफी रोष है. इसलिए शुक्रवार को शिक्षक अपने-अपने क्षेत्र के शिक्षण अधिकारी को निवदेन पत्र दे अपनी नाराजगी जाहिर करेंगे.
शिक्षा विभाग ने 10वीं के सभी शिक्षकों को स्कूल में आकर इंटरनल असेसमेंट का फरमान जारी किया है. इसी के साथ पहली से नवीं कक्षा के 50 फीसदी शिक्षकों की स्कूल में उपस्थिति दर्ज कराने का आदेश भी दिया है. शिक्षक स्कूल आने को भी तैयार है, लेकिन उन्हें लोकल में प्रवास के लिए अनुमति नहीं दी जा रही है.
गुरुवार को शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ की ओर से जारी बयान में कहा गया कि 10वीं के विद्यार्थियों का जल्द से जल्द इंटरनल असेस्मेंट हो और समय पर उनके रिजल्ट की घोषणा हो इसके लिए शिक्षकों और गैर शिक्षक कर्मचारियों को लोकल में प्रवास के लिए अनुमति मिलेगी, लेकिन पहली से नवीं के शिक्षकों को लेकर कोई उल्लेख नहीं किया गया है. इसपर शिक्षक काफी नाराज है. शिक्षकों के संघटन शिक्षक भर्ती के कार्याध्यक्षक सुभाष मोरे ने कहा कि शिक्षा मंत्री सोशल मीडिया पर शिक्षकों को राहत मिलने की बात बोल रही है, लेकिन हमें कोई राहत नहीं मिली है. पास मिलने में अभी लगभग 10 दिन बीत जाएंगे.
पहले सभी प्रिंसपल 10वीं कक्षा के शिक्षकों की सूची बनाएंगे और उनके मोबाइल नंबर डिजास्टर मैनेजमेंट को भेजेंगे उसके बाद वहां से हमें फोन पर लिंक भेजा जाएगा. लिंक में एक फॉर्म होगा जिसमें शिक्षकों उसे भरकर और सेल्फी लेकर सबमिट करना होगा. उसके बाद हमें क्यूआर कोड दिया जाएगा वो भी लेवल 2 का जबकि मुंबई लेवल 3 में है. इस पूरी प्रकिया में काफी समय बीत जाएगा. दूसरी ओर पहली से नवीं के शिक्षकों का क्या नहीं लोकल में प्रवास की अनुमति दी जा रही है. वे कैसे स्कूल आएंगे. सरकार के चलते विद्यार्थियों का रिजल्ट लटका हुआ है.