शिक्षामित्रों ने विधानसभा का घेराव कर योगी सरकार पर तुष्टिकरण का लगाया आरोप
बीटीसी प्रशिक्षित व टीईटी पास बेरोजगारों के अधिकारों का गला घोंट रही योगी सरकार
लखनऊ, 29 अगस्त (हि.स.)। शिक्षामित्रों को 25 अंक भारांक दिये जाने के विरोध में मंगलवार को बीटीसी ट्रेनी वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में बीटीसी बैच के हजारों बेरोजगार अभ्यर्थियों ने विधानसभा व भाजपा मुख्यालय का घेराव कर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने योगी सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप भी लगाया।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य गरिमा सिंह ने बताया कि शिक्षामित्र अभ्यर्थियों को भर्ती प्रक्रिया में अवैध रुप से 25 अंक भारांक देना हाईकोर्ट के आदेश का अवमानना है। पूर्व की समाजवादी सरकार ने अवैध नियम बनाकर सहायक अध्यापक के पद पर यूपी के शिक्षामित्रों को तुष्टिकरण का शिकार बनाया था। जिसे कोर्ट ने अवैध घोषित कर दिया है। जबकि वहीं मौजूदा योगी सरकार भी पूर्व की सपा सरकार की नीतियों का अनुसरण कर कोर्ट के आदेश को न मानकर बीटीसी प्रशिक्षित व टीईटी पास बेरोजगारों के अधिकारों का गला घोंट रही है।
उन्होंने बताया कि दायर याचिका आनंद कुमार यादव बनाम उत्तर प्रदेश राज्य तथा अन्य याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने इस समायोजन को अवैध घोषित कर दिया है। सूप्रीम कोर्ट ने भी हाईकोर्ट के फैसले के सही ठहराकर भर्ती हो चुके शिक्षामित्रों के समायोजन को असंवैधानिक घोषित कर दिया है।
उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों से आये हजारों बीटीसी अभ्यर्थियों ने भाजपा मुख्यालय व विधानसभा का घेराव कर मुख्यमंत्री से वार्ता करने की मांग की। इस पर प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शन को खत्म कराते हुये मुख्यमंत्री से वार्ता कराने के लिए उन्हें आश्वस्त किया।