नई दिल्ली, 30 जनवरी = राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की सोमवार को 69वीं पुण्यतिथि है। आज के दिन बापू की पुण्यतिथि को ‘शहीद दिवस’ के रुप में मनाया जाता है। इस अवसर पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजघाट जाकर बापू को श्रद्धांजलि दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘प्रिय बापू जी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि।’
पूज्य बापू की पुण्यतिथि पर उनको शत-शत नमन…Tributes to beloved Bapu on his Punya Tithi.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 30, 2017
बापू की समाधि राजघाट पर श्रद्धांजलि देने का कार्यक्रम सुबह 9.45 बजे शुरू हुआ। इसके साथ ही देशभर में सुबह 11 बजे दो मिनट का मौन रख कर बापू और देश के लिए प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। महात्मा गांधी का निधन 30 जनवरी 1948 को दिल्ली में हुआ था। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी शहीद दिवस पर गांधी को श्रद्धांजलि दी।
राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा कि प्रेम, करुणा और सौहार्द्र के भारत के लिए बापू हमेशा प्ररेणा को श्रोत रहेंगे।
On Bapu's martyrdom day
my pledge to fight always against those who seek to destroy what he so carefully sought to build & protect-(1/2)— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 30, 2017
इसके साथ ही महात्मा गांधी की 69वीं पुण्य तिथि के अवसर पर सोमवार को शहरी विकास मंत्री एम. वैकेया नायडू सौर ऊर्जा संयंत्र, एलईडी लाइट, सीसीटीवी कंट्रोल रूम का राजघाट पर उद्घाटन किया।
दरअसल राजघाट पर श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए 15 साल बाद महात्मा गांधी की समाधि राजघाट को संवारा जा रहा है। राजघाट के चार प्रवेश द्वारों पर महात्मा गांधी के प्रसिद्ध कथन और प्रेरक उपदेश के 30 प्रसिद्ध कथनों को भी अंकित किया जाएगा।
चंपारण सत्याग्रह के 100 साल पूरे होने की याद में राजघाट समाधि पत्रिका के विशेष अंक का लोकार्पण किया जाएगा। पिछले दो साल में सरकार ने समाधि स्थल की कमियों को देखते हुए ये पहल की है।
इसके साथ ही खादी ग्रामाद्योग ने गांधीजी के खादी को बढ़ावा देने के मिशन को आगे बढ़ाने के लिए एनडीएमसी के साथ मिलकर कनॉट प्लेस में विशालकाय चरखा स्थापित किया है। खादी से जुड़ी यादें ताजा करने के लिए संग्रहालय भी बनाया है। चरखे व संग्रहालय का उद्घाटन प्रधानमंत्री करेंगे। चरखे के पास बापू की पहचान रहे तीन बंदर भी स्थापित किए जा रहे हैं। संग्रहालय में वर्षों पुराने करीब 100 चरखे रखे जाएंगे। चरखा स्थापित करने और संग्रहालय बनाने का काम पूरा हो गया है।