जगदलपुर, 28 दिसम्बर = किरंदुल-विशाखापटनम तक रेल लाइन होने से यात्री गाड़ी सहित मालवाहक रेल काफी संख्या में इस मार्ग पर आते-जाते हैं। जगदलपुर रेलवे स्टेशन के समीप लामनी, सरगीपाल का रेलवे क्रासिंग है, जहां हर आधे एक घंटे में गेट बंद कर दिया जाता है। ओवर ब्रिज न होने से लामनी नाके में हर मालगाड़ी गुजरने पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है तथा स्टेशन के पास लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
लम्बे समय के बाद भी समस्या का समाधान न होने से लोग परेशान हैं। लगभग 20 से 30 मिनट तक दोनों ओर वाहनों की कतार लग जाती है और लोगों को अपना समय व्यर्थ गंवाना पड़ता है। रेलवे का ओवर ब्रिज यहां होना आवश्यक है।
गेट पर खड़े ट्रेन गुजरने का इंतजार कर रहे कई लोगों ने बताया कि ऐसी स्थिति रोज निर्मित होती है। ट्रेन गुजरने से आधा घंटा बर्बाद होता है। हर आधे एक घंटे में एक ट्रेन गुजरती है। बताया जाता है कि दिन-रात इस लाइन में आवाजाही रहती है। सबसे अधिक लौह अयस्क से भरी ट्रेन की रेक बैलाडीला से विशाखापट्नम की ओर जाती है और खाली रेक बैलाडीला आती है। लगभग एक दर्जन रेक से रोजाना लौह अयस्क जाता है। इस हिसाब से भरी और खाली रेक की संख्या दो दर्जन हो जाती है। इसके अलावा किरंदुल से विशाखापटनम तक पैसेंजर, जगदलपुर से भुवनेश्वर तक हीराखंड, जगदलपुर से कोलकाता तक समलेश्वरी और दुर्ग इंटरसिटी ट्रेन भी चलती है। दिन भर ट्रेन के आने-जाने से रेलवे क्रासिंग लामनी में ओवर ब्रिज बनाना आवश्यक हो गया है। इससे बार-बार जो जाम की स्थिति बनती है, इससे लोगों को निजात मिलेगी।
जगदलपुर से रोजाना नानगुर क्षेत्र की ओर शिक्षक, स्वास्थ्य विभाग, फॉरेस्ट सहित अन्य विभाग के सरकारी कर्मचारी इस मार्ग पर आते-जाते हैं। जाते और आते समय गेट बंद होने से समय पर कार्य पर उपस्थित नहीं हो पाते। ऐसे अधिकारियों-कर्मचारियों हजारों में है, जो इस मार्ग से गुजरते हैं। इन लोगों का कहना है कि बैलाडीला से जाने वाले आयरन ओर से अरबों रूपये केन्द्र सरकार को राजस्व के रूप में मिलता है, इसीलिए ओवर ब्रिज बनाने में तत्काल पहल करनी चाहिए।