लगातार चौथे वर्ष चैत्र नवरात्रि होगी 8 दिन की, इन राशियों पर होगा असर
सारंगपुर (ईएमएस)। चैत्र प्रतिपदा पर 18 मार्च को विक्रम संवत 2075 और चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होगी। खास बात यह है कि लगातार चौथे वर्ष चैत्र नवरात्रि 8 दिन की होगी, क्योंकि तीन बार के बाद इस बार भी अष्टमी-नवमी तिथि एक साथ है। नवरात्रि की शुरुआत प्रतिपदा को सर्वार्थ सिद्धी योग में होगी। क्षेत्र के प्रसिद्ध भेसवामाता शक्तिपीठ, सारंगपुर की प्रसिद्ध अम्बिका माता मंदिर, सुदर्शन नगर स्थित सुदर्शनी माता मंदिर,खेड़ापति हनुमान मंदिर स्थित दुर्गा देवी सहित अन्य मंदिरों में घट स्थापना के साथ विशेष पूजा-अर्चना होगी। पं.पवन पारीक के अनुसार घट स्थापना का श्रेष्ठ मुहूर्त सुबह 08.02 से 11.32 बजे तक चर,लाभ और अमृत के चौघड़िया और वृषभ लग्न में है। हालांकि प्रतिपदा एक दिन पहले 17 को शाम 7.45 बजे ही शुरू हो जाएगी। संवत्सर के शुरू होते ही नया आकाशीय मंत्रिमंडल भी सक्रिय हो जाएगा। राजा सूर्य और मंत्री पद शनि देव संभालेंगे। वित्त मंत्रालय और हरियाली का दायित्व चंद्रमा के पास रहेगा। इससे पहले के वर्षों में भी आठ दिवसीय नवरात्र थी।
पं पवन पारीक ने बताया कि 2015 से पहले पूरे नौ दिन के 2014 में 31 मार्च से 8 अप्रैल तक नवरात्र थे। श्री पारीक ने बताया कि इस वर्ष नवरात्र की शुरुआत और समापन दोनों ही रविवार के दिन हो रह है। इसलिए अहम माना जाता है विक्रम संवत्सर हिन्दू त्यौहार,विवाह संस्कार,मुंडन, अनुष्ठान,गृह निर्माण आदि कार्य नव संवत्सर की तिथियों के अनुसार ही मनाए जाते हैं। चैत्र प्रतिपदा 18 मार्च से नए संवत की शुरूआत होगी। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से नववर्ष का आरंभ सनातन हिन्दू संस्कृति के अनुसार माना जाता है।
इन वर्षो में आठ दिवसीय नवरात्रि
2015- 21 से 28 मार्च तक
2016- 8 से 15 मार्च तक
2017- 29 मार्च से 5 अप्रैल तक
2018- 18 मार्च से 25 मार्च तक
2014 में हुई थी 9 दिनों की नवरात्रि