International.लंदन, 23 मार्च = ब्रिटिश आतंकवाद निरोधक पुलिस ने लंदन में संसद के बाहर हुए हमले के हमलावर की पृष्ठभूमि की जांच शुरू कर दी है। इस हमले में हमलावर समेत 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 40 अन्य लोग घायल हुए हैं। यह जानकारी गुरुवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
समाचार एजेंसी रॉयटर के अनुसार, पुलिस ने बुधवार को हुए हमले को आतंकी घटना बताया है और यह मानकर काम कर रही है कि हमले के तार इस्लामवादी चरमपंथियों से जुड़े हैं। पुलिस का कहना है कि उन्हें हमलावर की पहचान की जानकारी है, लेकिन उसका नाम नहीं बताया।
उल्लेखनीय है कि सशस्त्र पुलिस ने बर्मिंगटन में बुधवार की रात एक घर पर छापा मारा। इसको लेकर स्थानीय पुलिस बल, पश्चिमी मिडलैंड पुलिस ने लंदन मेट्रोपोलिटन पुलिस को सवाल भेजे हैं, क्योंंकि लंदन मेट्रोपोलिटन पुलिस संसद हमले की जांच की प्रभारी है।
टीवी चैनल स्काई न्यूज ने अज्ञात सूत्रों के हवाले से कहा कि छापेमारी के दौरान कई लोगों को गिरफ्तार किया गया। लेकिन पुलिस ने हिरासत में लिए गए लोगों के हमले से संबंध के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की।
यह हमला बुधवार दोपहर 2.10 बजे (स्थानीय समय) उस समय शुरू हुआ जब हमलावर ने संसद के पास टेम्स नदी पर बने पुल पर तेजी से कार दौरा दी और तीन लोगों को रौंद दिया। इसके बाद कार वेस्टमिनिस्टर की रेलिंग से टकरा गई। मारे जाने से पहले हमलावर ने एक पुलिस कर्मी पर छुरा से हमला किया। मृतकों में एक पुलिसकर्मी, हमलावर और कार से रौंदे गए तीन राहगीर शामिल हैं। गंभीर रूप से घायल अन्य लोग अस्पताल में उपचाराधीन हैं।
विश्व के नेताओं ने दिखाई ब्रिटेन के साथ एकजुटता.
आतंकी घटना के बाद दुनिया भर के नेताओं ने ब्रिटेन के साथ एकजुटता दिखाते हुए अपनी-अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। यह जानकारी गुरुवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
अमरिकी ह्वाइट हाउस के प्रवक्ता शॉन स्पाइसर ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे से बात की और उन्हें आश्वस्त किया कि इस चुनौतीपूर्ण समय में अमेरिका ब्रिटेन के साथ है।
संवाददाताओं को संबोधित करते हुए स्पाइसर ने कहा, “ हम लंदन में हुए हमले की कड़ी निंदा करते हैं। साथ ही घटना से निपटने के लिए ब्रिटिश पुलिस की सराहना करते हैं। मृतकों के परिजनों और घायलों के साथ मेरी प्रार्थना है। हमले के लिए जिम्मेवार लोगों को पकड़ने में हम ब्रिटेन के साथ पूरा सहयोग करेंगे।”
उधर, फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने कहा कि उनका देश ब्रिटेन के साथ है। उन्होंने कहा, “हम थेरेसा मे को पूरे सहयोग का भरोसा दिलाते हैं जो हमले के समय खुद संसद में मौजूद थीं। ”
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने कहा, “ पूरा ऑस्ट्रेलिया आतंक के खिलाफ लड़ाई में ब्रिटेन के साथ है। हम घटना में मारे गए लोगों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हैं। ”
घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने पुलिस कर्मियों की बहादुरी की प्रशंसा की और कहा कि लंदन में जनजीवन सामान्य हो जाएगा और लोग पहले की तरह लंदन की खूबसूरती का लुत्फ उठाएंगे।