रेलवे की 41 बीघा जमीन को लेकर जीएम ने गठित की जांच कमेटी
इलाहाबाद, 14 अगस्त : झूंसी में रेलवे की 41 बीघा जमीन को लेकर पूर्वी रेलवे के महाप्रबंधक ने लापरवाही करने वाले अधिकारियों की भूमिका की जांच शुरू कर दी है। मामले में प्रदेश सरकार की ओर से रेलवे बोर्ड को भेजे गये पत्र के बाद से रेलवे के अधिकारियों में बेचैनी बढ़ गयी है।
झूंसी रेलवे स्टेशन और उसके आस-पास की जमीन पूर्वोत्तर रेलवे की सम्पत्ति है। लेकिन लापरवाही के चलते उसे कौड़ियों के भाव दो स्थानीय लोगों ने अपने नाम कराकर बेच दिया। मामले की शिकायत होने के बाद जागे जिला प्रशासन मामले की जांच कराने के बाद फूलपुर एसडीएम रहे राजकुमार द्विवेदी लेखपाल और नायब तहसीलदार का दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया गया और शासन को लिखा गया है।
इसके साथ ही रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष को रेलवे की जमीन को सुरक्षित रखने में लापरवाही किये जाने की जानकारी दी है। प्रशासन ने पूछा है कि ऐसे लापरवाह रेलवे अधिकारियों की जांच करके उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाय।
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सीपीआरओ संजय यादव और महाप्रबन्धक कार्यालय पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर का कहना है कि रेलवे की जमीन को सुरक्षित रखने में स्थानीय अफसरों की लापरवाही संज्ञान में आई है। मामले में कैसे लापरवााही की गई है इसका पूरा ब्योरा तलब किया गया है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।