रेप के मामलों पर आपस में भिड़ी मेनका गाँधी और रवीना !
मुंबई, 25 अप्रैल = बलात्कार के मामलों को लेकर इन दिनों केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी और अभिनेत्री रवीना टंडन के बीच ‘सोशल मीडिया वार’ छिड़ा हुआ है।
रवीना टंडन ने हाल ही में फिल्म मातृ में काम किया। यह फिल्म एक ऐसी मां-बेटी की कहानी है, जिनको बलात्कार की भीषण त्रासदी से गुजरना पड़ता है। उल्लेखनीय है कि मेनका गांधी के उस बयान पर रवीना टंडन ने नाराजगी जताई है जिसमें उन्होंने देश में बलात्कार की बढ़ती घटनाओं के लिए फिल्मों, खास तौर पर बालीवुड की फिल्मों को दोषी ठहराया था।
मेनका गांधी का कहना था कि ऐसी फिल्में देश के युवाओं पर बुरा असर डालती हैं और वे इस तरह की वारदातों के प्रति आकर्षित होते हैं। रवीना टंडन ने मेनका गांधी के नाम सोशल मीडिया में अपनी नई पोस्ट में मुंबई की उस घटना का उल्लेख किया, जिसमें बिल्डिंग के सुरक्षा गार्ड ने वहां रहने वाली एक अधेड़ उम्र की महिला के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया।
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रवीना ने पोस्ट के साथ उस हादसे की खबर की क्लीपिंग भी जोड़ी और मेनका गांधी से सीधा पूछा कि ये हादसे लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इनको रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। मेनका गांघी ने रवीना के इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मैं निजी तौर पर इस तरह की घटनाओं से चिंतित हूं और समाज को मानसिकता बदलने की जरूरत है, जिसके लिए सरकार भी अपनी ओर से प्रयास कर रही है। इस पर रवीना ने फिर से उनको जवाबी पोस्ट लिखी, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया कि अधिक संख्या में फास्ट कोर्ट बनाने की जरूरत है, जिसमें त्वरित गति से इन केसों में न्याय हो सके।
रवीना टंडन ने अपनी फिल्म मातृ के प्रमोशन के दौरान भी यह मुद्दा उठाया था कि निर्भया केस के बाद सरकार ने जो कदम उठाए, उनके अच्छे नतीजे सामने नहीं आए। उन्होंने इसे गंभीर मुद्दा बताया कि उस घिनौने कांड के मुजरिम अभी तक जेलों में हैं और किसी को कठोर सजा नहीं हुई।