रिटायर्ड कर्नल के घर DRI का छापा , भारी मात्रा में मिला खाल और हथियारों का जखीरा !
मेरठ, 30 अप्रैल = सिविल लाइन थाना क्षेत्र के महिला थाने के सामने स्थित एक रिटायर्ड कर्नल के घर डिपार्टमेंट सिविल रेवेन्यू इंटेलीजेंस (डीआरआई) के छापे में वन्य जीव अवशेषों की तस्करी का भंडाफोड़ हुआ। कर्नल के घर में वन्य जीवों की खालें, अवशेष, भारी मात्रा में असलाह बरामद हुए। इससे सरकारी मशीनरी में हड़कंप मचा हुआ है। कर्नल का बेटा छापे से पहले ही फरार हो गया।
महिला थाने के सामने स्थित कोठी नंबर 36/4 में रिटायर्ड कर्नल देवेन्द्र कुमार का परिवार रहता है। यहां पर डीआरआई और मेरठ वन विभाग की टीम ने पुलिस के साथ शनिवार की देर रात तक छापेमारी करके वन्य जीव अवशेषों की तस्करी का पर्दाफाश किया। कर्नल देवेन्द्र का पुत्र प्रशांत विश्नोई नेशनल शूटर बताया जा रहा है। प्रशांत की सिक्योरिटी एजेंसी है और कई कैश वैन हैं जो एटीएम में कैश लोड करने का काम करती है।
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छापेमारी में कोठी से सात हिरण की खाल, एक तेंदुआ और एक सांभार की खाल, हिरण के सींग, 40 देशी-विदेशी असलाह और करीब 50 हजार कारतूस बरामद होने की बात कही गई। वहां से 40 किलो मांस भी बरामद हुआ। यह मांस नीलगाय का बताया जा रहा है। प्रशांत ने गत दिनों मीडिया में पड़ोसी राज्यों के किसानों के आमंत्रण पर 500 से ज्यादा नीलगाय मारने की बात कहकर सुर्खियां बटोरी थी। यह छापेमारी डीआरआई की टीम ने छह माह तक रेकी करने के बाद की। छह माह में डीआरआई, वन विभाग और खुफिया एजेंसियां पूरे क्षेत्र का भ्रमण कर चुकी थी।
प्रशांत विश्नोई के फेसबुक एकाउंट से भी डीआरआई को काफी मदद मिली। डीआरआई की 14 सदस्यीय टीम दिल्ली से दो गाड़ियों में मेरठ पहुंची। उनक साथ सिविल लाइन पुलिस भी थी। टीम ने आधी रात के बाद बरामद सामान को ट्रैक्टर-ट्राॅली में लदवाया और अपने साथ ले गई। रविवार को भी बरामद सामान की जांच की जाती रही, लेकिन कोई अधिकारी खुलकर बोलने को तैयार नहीं हुआ। मुख्य वन संरक्षक मुकेश कुमार का कहना है कि इस मामले की जांच की जा रही है। जल्दी ही खुलासा किया जाएगा।