राजेन्द्र गावित के बिधायक और मंत्री बनते ठाणे ग्रामीण से कांग्रेस का सफाया .
समीक्षा भाग …….2
पालघर विधान सभा सिट पर हुए उप चुनाव में हार के बाद राजेन्द्र गावित व्हाट्सअप पर अपना एक वीडियो डाल कर यह कहते हुए भले नजर आरहे की जनता ने जो वोट मुझे दिया है वह कम नहीं है .और आने वाले समय में सभी लोगो का काम करता रंहूगा . लेकिन यह भी सच है की पालघर विधान सभा सिट से 2009 में राजेन्द्र गावित के विधायक बनते ही ठाणे ग्रामीण से कांग्रेस का सफाया हो गया . उस समय पालघर जिला ठाणे ग्रामीण से जाना जाता था .
पालघर विधानसभा सिट से राजेन्द्र गावित पहली बार बिधायक चुने गए और कुछ ही महीनो में उनको राज्य मंत्री का पद भी मिल गया . और उनके बिधायक व मंत्री बनते ही इस क्षेत्र से धीरे धीरे कांग्रेस का सफाया हो गया , और फिर चाहे ग्राम पंचायत चुनाव हो चाहे पंचायत समिति ,जिला परिषद,नगर परिषद, सभी चुनावों में कांग्रेस बुरी तरह हार गयी .और गावित मंत्री रहते हुए एक चुनाव भी नहीं जित पाए केवल पालघर नगर परिषद में कांग्रेस की डॉ .उज्वला काले नामक एक नगरसेविका है वह भी अपनी क्रेरिड पर चुन कर आई है .जिसके बाद धीरे धीरे गावित के काम काज और उनके रौवये को लेकर अंदर ही अंदर कांग्रेस में ही गावित के खिलाफ अवाज उठने लगी .जो अवाज अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेतावो तक पहुच चुकी है . लेकिन कुछ कांग्रेस के स्थानिक नेतावो का कहना है की गावित ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेतावो को अपनी चिकनी –चुपड़ी बातो से गुमराह कर रखा है. उनका कहना है की मेरे आने से पहले इस क्षेत्र में कांग्रेस की हालत एक दम ख़राब थी . मेरे आने के बाद कांग्रेस को हालत सुधारी है और कांग्रेस को अच्छा वोट मिलने लगा है .लेकिन गावित यह भूल गए की जब पहली बार वो पालघर से चुनाव लड़े थे जब पालघर की जनता को राजेन्द्र गावित के नाम का ग तक नहीं पता था . उस चुनाव में गावित को कांग्रेस के नाम पर करीब 35,000 वोट मिले थे वो कांग्रेस के ही थे . उनके बिधायक व मंत्री बनने के पहले इस क्षेत्र में ठाणे ग्रामीण में कई ग्रामपंचायतो में कांग्रेस की सत्ता थी साथ ही पंचायत समिति ,व जिला परिषद में कई सदस्य भी थे . उनके कार्यकाल में कांग्रेस के हाईकमान नेतावो राहुल गाँधी और सोनिया गाँधी की दो सभाए भी हुयी लेकिन उसका फायदा काग्रेस पक्ष को कुछ भी नहीं हुआ . उलटा इस क्षेत्र से कांग्रेस का सफाया हो गया और जिन लोगो ने अपनी पूरी जिंदगी कांग्रेस के लिए गुजर दी ऐसे नेता भी गावित के कारण कांग्रेस से नाराज हो गए . जिसमे कुछ लोग तो कांग्रेस पक्ष को छोड़कर दुसरे पक्ष का दामन थाम लिया और वहा वही लोग अब अच्छा काम कर रहे है .
आगे क्रम सह जारी शेष भाग ..3 .. में पढ़े जिन –जिन लोगो ने गावित को किया मद्दत गावित ने उनका ही कर दिया बनटाधार……