यूपी : सोनभद्र में शक्तिपुंज एक्सप्रेस की सात बोगियां पटरी से उतरीं, बची सैकड़ों की जान
वाराणसी,07 सितम्बर : रेलवे प्रशासन के लाख कोशिशों के बाद भी ट्रेन दुर्घटनाएं थम नहीं रही हैं। गुरूवार सुबह सोनभद्र जनपद के ओबरा डैम रेलवे स्टेशन के निकट शक्तिपुंज एक्सप्रेस की पीछे से सात बोगियां पटरी से उतर गईं। हादसे से यात्रियों में हड़कम्प मच गया। यात्रियों की चीख-पुकार पर आसपास के लोग मौके पर दौड़ गये। उधर दुर्घटना की खबर पाते ही विभाग में हड़कम्प मच गया। आनन फानन में ओबरा रेलवे स्टेशन के मैनेजर क्षेत्रीय थानेदार अंजनी मिश्र रेलवे के तकनीकी अफसर मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में जुट गए। सूचना पर दुर्घटना स्थल के लिए धनबाद मंडल के डीआरएम और अन्य अफसर भी रवाना हो गए। इसे संयोग कहें या ईश्वर का चमत्कार कि हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई|
हावड़ा से ट्रेन नम्बर 11448 एचडबल्यूएच -जेबीपी शक्तिपुंज एक्सप्रेस मध्यप्रदेश के जबलपुर जक्शन के लिए बुधवार को रवाना हुई| धनबाद मंडल के चोपन-कटनी रेलमार्ग से ओबरा स्टेशन पर आज सुबह 6.13 मिनट पर पहुंची। यहां से 18 बोगी वाली शक्तिपुंज एक्सप्रेस जैसे ही ओबरा डैम से फफरा कुंड के समीप पंहुची अचानक ट्रेन की पीछे से सात बोगी पटरी से तेज आवाज के साथ उतर गयी। हादसे के समय ज्यादातर यात्री सो रहे थे। अचानक तेज आवाज और झटका से यात्री एक-दूसरे पर गिर गये। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग भी मौके पर जुट गये। ट्रेन के चालक और आसपास के लोगों की सूचना पर मौके पर स्टेशन मैनेजर क्षेत्रीय पुलिस भी पहुंच गयी। छानबीन के बाद जब किसी यात्री के घायल होने की सूचना नहीं मिली तो अफसरों के साथ यात्रियों ने भी राहत की सांस ली।
इसके बाद रेलवे की तकनीकी टीम ने हादसे में एसी के चार, जनरल के दो और एसएलआर का एक डिब्बे को अलग कर ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया। दुर्घटना से चोपन-कटनी रेलमार्ग बाधित हो गई है। इस सम्बन्ध में हाजीपुर रेल मंडल के चीफ पब्लिक रिलेशन आफिसर राकेश कुमार ने बताया कि दुर्घटना की जांच के लिए जांच टीम गठित कर दी गयी है। मौके पर पहुंचने के लिए धनबाद मंडल के डीआरएम और अन्य अफसर रवाना हो गये हैं। डीआरएम मनोज कृष्ण अखौरी के अनुसार पटरी फ्रैक्चर होने के कारण हादसा हुआ है। बाकी जांच की जा रही है। कोई यात्री घायल नहीं हुआ है। त्रिवेणी एक्सप्रेस, चोपन-पटना, सिंगरौली-बनारस, शक्तिनगर चोपन को रद्द कर दिया गया है। जबलपुर, सिंगरौली, गढ़वा, चोपन, धनबाद, हावड़ा स्टेशन पर पूछताछ केंद्र स्थापित कर दिया गया है। ट्रैक दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया गया है। बताया कि पटरी ठीक होने में 24 घंटे लगेंगे। एक फर्स्ट एसी, एक सेकेण्ड एसी व एक थर्ड एसी सहित दो जनरल बोगी पटरी से उतरी है।
इस सम्बन्ध में क्षेत्रीय लोगों का कहना था कि इस रूट की पटरियां काफी पुरानी और जर्जर हो चुकी हैं। संयोग अच्छा रहा कि ट्रेन की गति धीमी होने के कारण सैकड़ों यात्रियों की जान बच गई| मौके पर मौजूद लोगों का आरोप है कि रेलकर्मियों की लापरवाही और ट्रेन की पटरियों के खिसकने से यह हादसा हुआ है।