यूपी : योगीराज में नकल पर सख्ती, 11 लाख छात्रों ने छोड़ी परीक्षा
लखनऊ (ईएमएस)। योगीराज में हो रहे यूपी बोर्ड की दसवीं और बारहवीं के पहले परीक्षा को छोड़ने वाले स्टूडेंट्स की संख्या ने एक नया रिकार्ड कायम किया है। परीक्षा छोड़ने वाले स्टूडेंट्स की संख्या मंगलवार को 11 लाख का आंकड़ा पार कर गई। यह संख्या अपने आप में एक रिकार्ड है। बुधवार को यूपी बोर्ड के अफसरों का दावा है कि योगी सरकार के नकल रोकने के सख्त संदेश की वजह से इतनी बड़ी तादात में स्टूडेंट्स लगातार परीक्षा से तौबा कर रहे हैं। इलाहाबाद में यूपी बोर्ड के हेडक्वार्टर्स से जारी आंकड़ों के मुताबिक़ मंगलवार को पूरी यूपी में 741 नए स्टूडेंट्स ने परीक्षा छोड़ी है। पुरानी संख्या को मिलाकर अब तक 11 लाख 5818 छात्र परीक्षा से तौबा कर चुके हैं।
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बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव के मुताबिक़ मंगलवार को यूपी के अलग-अलग जिलों में 19 छात्र नक़ल करते हुए पकड़े गए हैं। मंगलवार को परीक्षा छोड़ने और नकल में पकडे जाने वाले सभी स्टूडेंट बारहवीं क्लास के हैं, क्योंकि दसवीं की परीक्षा बारह दिन पहले ही ख़त्म हो चुकी है। यूपी बोर्ड के इस बार के परीक्षा में अब तक 1096 छात्रों को नकल करते हुए पकड़ा गया है। इसके अलावा बोर्ड परीक्षा में नक़ल को लेकर अब तक 119 मुक़दमे दर्ज हुए हैं। यूपी बोर्ड में इम्तहान छोड़ने वालों की संख्या कभी 7 लाख का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाई थी।
सरकार और बोर्ड के अफसरों का दावा है कि ऐसा नक़ल पर सख्ती की वजह से हुआ है। जो स्टूडेंट सिर्फ नकल के भरोसे इम्तहान में कामयाब होना चाहते थे, सख्ती की वजह से उन्होंने परीक्षा छोड़ दिया। यह पहला मौका है जब यूपी बोर्ड परीक्षा सीसीटीवी की निगरानी में हुए हैं। यूपी बोर्ड परीक्षा अभी 10 मार्च तक चलने हैं। परीक्षा छोड़ने वालों की संख्या और बढ़नी तय है। यूपी बोर्ड की दसवीं और बारहवीं क्लास के परीक्षा के लिए इस बार 66 लाख 37 हजार छात्रों एडमिट कार्ड जारी किया गया था।