यूपी में बदमाशो के हौसले बुलंद , अपराधों को रोकने में पुलिस असफल

Uttar Pradesh.लखनऊ, 08 अप्रैल = कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार पुलिस मातहतों के पेंच कस रहे हैं। लेकिन राजधानी लखनऊ में अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा और पुलिस उसे रोकने में बिल्कुल फिसड्डी साबित हो रही है, जिससे लोग खुद की सुरक्षा के लिए अब सीएम से गुहार लगानी शुरु कर दी है।
बात की जाय तो राजधानी में 48 घंटों के भीतर दो बड़ी घटनाओं ने दिल दहला दिया। एक ओर जहां सौतले बेटे विनोद मिश्रा ने अपनी मां सुनीता मिश्रा की हत्या कर दी तो वहीं दिनदहाड़े चाकूओं से गोदकर पुजारी की उसके ही कुटिया में मौत के घाट उतार दिया गया। अपराधी यही नहीं रुके लूट के इरादे से क्लीनिक में घुसे बदमाशों ने चौकीदार को बंधक बनाकर लाखों की लूट की वारदात को अंजाम दे डाला। अपहरण, लूट व चोरी जैसी हो रही लगातार घटनाओं से राजधानी के लोग दहशत में हैं।
रंजीश में पूर्व मंडल अध्यक्ष को सपा नेता ने उतारा मौत के घाट
तो वहीं पुलिस भी इन अपराधियों के आगे बैकफूट पर आती दिख रही हैं। एक ओर कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस हर कोशिश कर रही है तो वहीं अपराधी अपराध की वारदात को अंजाम देकर उनकी चौकसी का धता बता रहे हैं। दिनदहाड़े हो रहे अपराधों से लोग सहमें हुए है और परिवार व खुद की सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगा रहे हैं।
गोमतीनगर निवासी सुधीर सिंह का कहना है कि दिन प्रतिदिन बढ़ रहे अपराध से वह अब डरे हुए हैं। ऐसा ही एक एनजीओ के अध्यक्ष ने कहा कि अपराध रोकने के लिए पुलिस फिसड्डी साबित हो रही है, इसके लिए प्रदेश सरकार को कोई ठोस कदम उठाना चाहिए।
इस मामले में जब आलाधिकारियों से पूछा गया तो उन्होंने नाम न छपने के शर्त पर बताया कि पुलिस विभाग में कर्मचारियों की कमी है। जो पुलिस कर्मी है उन्हें अन्य कामों में लगाया गया है तो गश्त कैसे करें। फिलहाल जो भी थानों में पुलिस मौजूद है उनसे ही काम कराया जा रहा है, जल्द ही बीते घटनाओं का खुलासा कर बढ़े अपराधों पर लगामा लगायेंगे।