यूपी : भाजपा में एक लाख कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी देने की तैयारी
लखनऊ, 03 जनवरी(हि.स.)। यूपी भाजपा में मकर संक्रान्ति के बाद बड़े पैमाने पर संगठनात्मक फेरबदल के साथ करीब एक लाख कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी देने की तैयारी चल रही है। इस फेरबदल में पं.दीनदयाल उपाध्याय के सिद्धान्त ‘एक कार्यकर्ता-एक पद’ को बड़े स्तर पर लागू करने की योजना है। पार्टी के इस पुर्नगठन में प्रदेश, क्षेत्र तथा जिला स्तरीय टीमों के साथ मार्चों का भी गठन किया जायेगा।
संगठनात्मक सूत्रों की मानें तो योगी सरकार में शामिल संगठनात्मक पद लिये मंत्रियों की पार्टी की जिम्मेदारी से मुक्त किया जा सकता है। दूसरी ओर विधानसभा और नगर निकाय चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने वाले कार्यकर्ताओं और नेताओं को प्रमुख जिम्मेदारी देने की प्रबल संभावना है। इस संगठनात्मक फेरबदल में जहां रिक्त भरे पदों को भरा जायेगा, वहीं संगठन के विपरीत कार्य करने वाले प्रदेश, क्षेत्र तथा जिलों के पदाधिकारियों को पद से हटाया जा सकता है।
यह लोकसभा चुनाव के बाद बड़े स्तर का संगठनात्मक बदलाव होगा। संगठन के इस पुर्नगठन में नई ऊर्जा देने वाले संगठननिष्ठ तथा युवाओं कार्यकर्ताओं को नई जिम्मेदारी देने की तैयारी है। पुरानी टीमों में केन्द्र व योगी सरकार में मंत्री का दायित्व संभाल रहे राज्यसभा सांसद शिवप्रताप शुक्ल, धर्मपाल सिंह, स्वतंत्रदेव सिंह, स्वाती सिंह, अनुपमा जायसवाल, डा. नीलकंठ तिवारी, आशुतोष उर्फ गोपाल टंडन समेत कईयों के नाम प्रमुख है। खबर है कि प्रदेश में पार्टी के महामंत्री पंकज सिंह तथा पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह को केन्द्रीय टीम में भेजे जाने की संभावना है।
इस नई टीम में महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष व मंत्री स्वाती सिंह को दायित्व मुक्त किया जायेगा। उनकी जगह पार्टी की तेजतर्रार महिला नेता की तलाश है। इस पद का चुनाव लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किया जायेगा। उसी प्रकार युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत पाठक को जिम्मेदारी छिनी जा सकती है। इस पद पर आसीन होने के बाद श्री पाठक युवाओं को लेकर कोई खास प्रदर्शन नहीं कर सके। पार्टी सूत्रों की मानें तो इस पद के लिए भी किसी तेज तर्रार युवा की तलाश है।
प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि मकर संक्रान्ति के बाद पार्टी की नई टीम का पुर्नगठन किया जायेगा। पार्टी से जुड़े विभिन्न प्रकोष्ठों, मोर्चो की प्रदेश कार्यकारिणी के अलावा क्षेत्रीय व जिला स्तरीय टीम बनाई जायेगी। इसके अलावा मण्डल और बूथ स्तरीय टीम की भी रचना जनवरी व फरवरी माह में ही कर लिया जायेगा। बताया कि पार्टी की इस संगठनात्मक रचना में करीब एक लाख कार्यकर्ताओं का समायोजन होगा।