यहां महिलाओं ने विधवा पेंशन के लिए अपने जिंदा पति को ही मरा साबित कर दिया !
नई दिल्ली : अापने सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए दस्तावेजों में हेरफेर और फर्जीवाड़े की तमाम खबरें पढ़ी या सुनी होगी, लेकिन, उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां कुछ महिलाओं ने विधवा पेंशन के लिए अपने जिंदा पति को ही मरा साबित कर दिया. ये महिलाएं लंबे समय से विधवा पेंशन के तहत पैसा हासिल कर रही थीं. अब जिला प्रशासन ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि सीतापुर जिले में 22 महिलाएं कथित तौर पर विधवा पेंशन योजना का लाभ ले रही थीं. इन महिलाओं के खाते में योजना के तहत लगातार पैसे जा रहे थे, जबकि इनके पति अभी भी जिंदा है.
एक महिला के पति और मामले में शिकायतकर्ता ने कहा कि इस फर्जीवाड़े का पता तब चला जब मैंने उसके (अपनी पत्नी) के फोन पर बैंक का मैसेज देखा. फर्जीवाड़े की शिकायत जिला प्रशासन को भी मिली है. इस मामले में जिलाधिकारी का कहना है कि मामले की जांच की जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई होगी.
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आपको बता दें कि विधवा पेंशन उन्हीं महिलाओं को मिलता है जिनके पति जीवित नहीं है. इसके अलावा इस योजना का लाभ लेने के लिए और भी कई शर्ते हैं. आपको बता दें कि कुछ महीनों पहले छत्तीसगढ़ में भी ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला सामने आया था. एक आरटीआई के जवाब में पता चला था कि राज्य में ऐसी कई महिलाएं हैं जिनकी उम्र 100, 200 और यहां तक कि 500 साल से भी ज्यादा है और उन्हें सरकारी योजनाओं के तहत सिलाई मशीन और साइकिलें दी गई हैं. ये जानकारी संजीव अग्रवाल नाम के एक आरटीआई कार्यकर्ता ने मांगी थी, जिन्हें पहले दिए गए 3000 पन्नों के दस्तावेज में उम्र का कॉलम खाली था और बाद में उन्हें एक सीडी मिली जिससे ये बातें सामने आई हैं.