अंकारा/नई दिल्ली, 17 फरवरी – तुर्की की राजधानी अंकारा के एयरपोर्ट पर पिछले 18 घंटे से फंसे सरकारी एयरलाइन एयर इंडिया के विमान एआई-130 के यात्रियों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। अंकारा में इस समय कड़ाके की ठंड है और तापमान शून्य से 6 डिग्री नीचे है। वीजा नियमों की बाध्यता के कारण यात्री खाने-पीने की चीजें खरीदने के लिए अंकारा एयरपोर्ट के आसपास के माल्स में स्थित दुकानों तक नहीं जा पा रहे हैं। अंकारा में जहां भूखे-प्यासे विमान के यात्री परेशान हैं वहीं उनके घरों पर परिवार के लोग भी परेशान हैं।
दिल्ली और मुम्बई में एयर इंडिया के अधिकारी और कर्मचारी इस बारे में बोलने से बच रहे हैं। जो बोल भी रहे हैं वे विमान को मेडिकल ग्राउंड पर इमरजेंसी लैंडिंग कराये जाने की बात कह कर चुप्पी साध ले रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस विमान में 200 से ज्यादा यात्री है। इन यात्रियों की मदद के लिए अब तक ना तो एयर इंडिया की ओर से कोई प्रयास किया गया है, ना ही सरकार की ओर से।
एयर इंडिया के इसी AI-130 फ्लाइट में सवार एक यात्री नीरव बी. मेहता ने टेलीफोन पर ‘हिन्दुस्थान समाचार’ के साथ बातचीत के दौरान बताया कि वहां पर कड़ाके ठंड है। तापमान शून्य से छह डिग्री नीचे है। मुसाफिर परेशान हाल हैं। करीब 18 घंटे पहले एक यात्री की बीमारी की वजह से विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी। लेकिन तब से न तो एयर इंडिया की तरफ से और न ही भारतीय प्राधिकृत अन्य एजेंसियों की तरफ से कोई यात्रियों की खोज खबर लेने आया।
नीरव के अनुसार अंकारा में वीजा नियमों की बाध्यता के चलते कोई भी यात्री खाने-पीने की चीजें तक खरीदने इधर-उधर माल्स में नहीं जा पा रहे हैं। टर्की सरकार की तरफ से उन्हें खाने के नाम पर सिर्फ ब्रेड और बटर मुहैया कराया गया। उन्होंने कहा कि सिर्फ ब्रेड और बटर खाकर इतना लम्बा समय कैसे गुजारा जा सकता है। 18 घंटे बीत चुके हैं लेकिन कोई भी भारतीय अधिकारी यात्रियों का कुशल क्षेम तक पूछने नहीं पहुंचा। एयर पोर्ट पर क्रू मेंबर भी नदारद हैं। विमान आगे की यात्रा के लिए अंकारा से कब उड़ेगा? यह जानकारी देने के लिए कोई भी उपलब्ध नहीं है।