यशवंत सिन्हा के लेख पर सियासी बवाल, कांग्रेस बोली सच्चाई को स्वीकारे मोदी सरकार
नई दिल्ली, 27 सितम्बर (हि.स.)। अटल बिहारी सरकार में वित्त मंत्री रह चुके यशवंत सिन्हा के एक लेख पर राजनीतिक बवाल तेज होता जा रहा है| कांग्रेस ने लेख के सहारे केंद्र की मोदी सरकार की आर्थिक नीति पर सवाल उठाए हैं।
दरअसल अटल बिहारी सरकार में वित्त मंत्री रह चुके यशवंत सिन्हा ने मौजूदा वित्त मंत्री अरुण जेटली के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इसी को आधार बनाते हुए एक बार फिर मोदी सरकार पर सवाल उठाए हैं।
पी चिदंबरम ने बुधवार को यशवंत सिन्हा के लेख के माध्यम से मोदी सरकार को निशाना बनाते हुए पूछा है कि क्या भाजपा की मोदी सरकार अब सच स्वीकार करेगी कि अर्थव्यवस्था चरमरा गई है।
चिदंबरम ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए एक के बाद एक चार ट्वीट किए। पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि – यशवंत सिन्हा ने सत्ता से सच बयां किया है। क्या सत्ता अब यह सच स्वीकार कर सकेगी कि अर्थव्यवस्था डूब रही है। पहली सच्चाई यह है कि जीडीपी वास्तव में 3.7 फीसदी या उससे कम है, न कि 5.7 फीसदी। यह यशवंत सिन्हा ने कहा। दूसरी सच्चाई है कि जनता के दिमाग में डर पैदा करना नया खेल है। शाश्वत सत्य यह है कि सत्ता चाहे जो करे, अंततः सच्चाई सामने आ कर रहती है।
वहीं राहुल गांधी ने यशवंत सिन्हा के लेख के बाद सरकार पर ली चुटकी। ट्विटर पर लिखा, ‘देवियों और सज्जनों, मैं आपका को-पायलट और वित्त मंत्री बोल रहा हूं। कृपया अपनी सीटबेल्ट कसकर बांध लें। विमान के पंख टूट चुके हैं।’
यशवन्त सिन्हा ने एक अंग्रेजी अखबार के लिए लिखे लेख में कहा है कि नोटबंदी ने आग ने गिरती जीडीपी में घी डालने का काम किया है। सिन्हा ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधाते हुए नोटबंदी के फैसले पर सरकार के फैसले की आलोचना की है। लेख में सिन्हा ने तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि उन्होंने काफी करीब से गरीबी देखी है। ऐसा लग रहा है कि उनके वित्त मंत्री ऐसे काम कर रहे हैं कि वो सभी भारतीयों को करीब से गरीबी दिखाएं।