मैं किसी शिवपाल को नहीं जानता: नरेश अग्रवाल
लखनऊ, 04 मई (हि.स.)। समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव द्वारा एक महीने के अन्दर अखिलेश यादव के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद मुलायम सिंह यादव को वापस नहीं सौंपने पर सेक्युलर मोर्चा बनाने की धमकी के बाद अब पार्टी सांसद नरेश अग्रवाल का बयान सामने आया है। नरेश अग्रवाल ने शिवपाल पर तंज कसते हुए कहा कि मैं किसी शिवपाल को नहीं जानता।
राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने कहा कि मैं किसी शिवपाल नाम के शख्स को नहीं जानता हूं। कहीं ये वह शिवपाल तो नहीं जो भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मिलते हैं। पता नहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलकर शिवपाल कौन सा सेक्युलर मोर्चा बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ही सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और आगे भी रहेंगे।
नरेश अग्रवाल ने कहा कि भाजपा को हम राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी एकता दिखाएंगे। इसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अन्य दलों से बातें भी शुरू कर दी है। साथ ही उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार पाकिस्तान के सामने झुक चुकी है। केन्द्र सरकार को तुरन्त पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
इससे पहले, कल शिवपाल ने कहा था कि कि अगर अपने वादे के मुताबिक एक महीने बाद अखिलेश ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद मुलायम सिंह यादव को नहीं सौपा तो वह सेक्युलर मोर्चा बनायेंगे। शिवपाल के मुताबिक समाजवादी लोग और परिवार इसी शर्त पर एक हो सकता है, जब पार्टी की कमान एक बार फिर मुलायम के हाथों सौंपी जाए।
शिवपाल चुनाव नतीजे आने के बाद से ही अखिलेश से ऐसी मांगे करते आ रहे हैं, लेकिन पहली बार उन्होंने अखिलेश के लिए वक्त मुकर्रर किया है। इसके अलावा उन्होंने चचेरे भाई राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल को शकुनि कह कर गीता पढ़ने की नसीहत भी दे डाली थी। इससे पहले रामगोपाल की ओर से शिवपाल द्वारा पार्टी संविधान को नहीं पढ़े जाने का बयान सामने आया था। वहीं शिवपाल ने न सिर्फ हाल ही में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव बल्कि बीते लोकसभा चुनाव में भी हार का ढीकरा अखिलेश के सिर फोड़ा है।
दूसरी ओर पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि सरकार में रहते हुए घमण्ड, चापलूसी और झूठी तारीफ चुनाव में हमारी हार की वजह बनी। चुनाव में अच्छे लोगों को टिकट नहीं दिया गया और न ही अच्छे लोगों का समर्थन लिया गया।
मुलायम ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में अखिलेश यादव ने कई अच्छे काम किए लेकिन उनका प्रचार नहीं कर पाए। वह जनता और कार्यकर्ताओं के बीच जाने के बजाय लखनऊ में ही शिलापटों के अनावरण में लगे रहे।
रामगोपाल यादव पर तंज कसते हुए मुलायम ने कहा कि तथाकथित नेता की मनमानी की वजह से अच्छे उम्मीदवार नहीं उतारे और अच्छे लोगों का समर्थन भी नहीं लिया। घमण्ड हो गया कि चुनाव जीत ही जाएंगे। एक नेता ने तो यहां तक कह दिया कि जहां से अखिलेश निकल जाएंगे, वहां किसी दूसरे दल को वोट नहीं मिलेगा।