नई दिल्ली 12 जनवरी : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान तेज बहादुर यादव की पत्नी शर्मिला यादव ने गुरुवार को दावा किया कि मेरे पति पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। साथ ही मेरे पति पर माफी मांगने का दबाव बनाया जा रहा है। तेज बहादुर ने नया आरोप लगाते हुए कहा है कि उस पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। वही शर्मिला के मुताबिक जिस तरह से पहले पति से बातचीत होती थीं, अब नहीं हो पा रही है। बुधवार को उनसे तीन दिन बाद बात हुई थी। बातचीत के दौरान उन्होंने मुझे बताया कि मुझे शिकायत वापस लेने के लिए बोल रहे हैं। मुझसे अपना बयान वापस लेने को कहा जा रहा है। मुझसे कहा जा रहा है कि माफी मांग लो हमसे।
बता दें कि जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर तैनात बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर आरोप लगाया है कि ठंडे, पहाड़ी सीमावर्ती इलाकों में तैनात जवानों की दशा दयनीय है।जवानों को घटिया खाना खिलाया जाता है और कई बार उन्हें ‘खाली पेट’ रहना पड़ता है।
तेज बहादुर की पत्नी ने बुधवार को मीडिया में ऑडियो जारी कर आरोप लगाया है कि बीएसएफ जांच का दिखावा कर रही है और तेजबहादुर पर आरोप वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। तेज बहादुर की पत्नी ने कहा है कि अगर उनके पति को कुछ हुआ तो सरकार जिम्मेदार होगी। शर्मिला यादव ने यह भी दावा किया कि मेरे पति से कहा जा रहा है कि मीडिया से इस मामले में बात क्यों की। तेज बहादुर ने पत्नी से फोन पर बात कर इसका खुलासा किया है। तेज बहादुर ने नया आरोप लगाया है कि अधिकरी मेरे ऊपर दबाव बना रहे हैं। मुझ पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है।
बता दें कि तेज बहादुर ने सीमा पर बीएसएफ जवानों को मिलने वाले खाने की शिकायत करते हुए दो दिन पहले फेसबुक पर वीडियो पोस्ट किया था। इसके बाद ये वीडियो वायरल हो गया और बीएसएफ में खराब खाने के मुद्दे ने काफी जोर पकड़ लिया।
सोशल मीडिया मंच पर अपलोड किए गए वीडियो में वर्दी में और राइफल लिए इस जवान ने दावा किया है कि सरकार उनके लिए जरूरी चीजें खरीदती हैं लेकिन उच्च अधिकारी उसे ‘अवैध तरीके से बाजार में बेच देते हैं।’ चार मिनट से अधिक के तीन अलग अलग वीडियो में बीएसएफ की 29 वीं बटालियन के कांस्टेबल तेज बहादुर यादव ने वह खाना भी दिखाया है जो उन्हें कथित तौर पर खिलाया जाता है। यादव ने आरोप लगाया कि हमें नाश्ता में बस जला हुआ परांठा और चाय मिलती है और वह भी बिना जाम , अचार या सब्जी के। हम 11 घंटे ड्यूटी करते हैं, और कई बार हमें पूरी ड्यूटी के दौरान खड़ा रहना पड़ता है। भोजन में हमें दाल रोटी मिलती है और दाल में बस हल्दी और नमक होते हैं। यह है खाने की गुणवत्ता जो हमें मिलती है। (ऐसे में) कोई जवान कैसे अपनी ड्यूटी कर सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि मैं प्रधानमंत्री से इसकी जांच कराने का अनुरोध करता हूं। आखरी में जवान ने कहा की इस विडिओ के जरिये देश वासियों को दिखाना चाहता हु की हमारी हालत कैसी हैं .