मेघालय के राज्यपाल ने दिया इस्तीफा.
शिलांग, 27 जनवरी = मेघालय के राज्यपाल वी षणमुगानाथन अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जानकारी के अनुसार वे शुक्रवार को दिल्ली जाने वाले हैं। संभवतः राष्ट्रपति से मिलकर अपनी स्थिति स्पष्ट करेंगे। उल्लेखनीय है कि राज्यपाल पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया जा रहा है। जिसके चलते उन्होंने गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की।
ज्ञात हो कि वी षणमुगानाथन अरुणाचल प्रदेश के भी कार्यवाहक राज्यपाल के पद संभाल रहे हैं। उन्होंने गणतंत्र दिवस एक अवसर पर अरुणाचल प्रदेश की राजधानी इटानगर में राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए परेड की सलामी ली थी। गुरुवार को महिला संगठनों ने शिलांग में राजभवन के सामने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए पूरे दिनभर धरना व प्रदर्शन किया था। आरोपों के अनुसार नौकरी मांगने गई महिला ने राज्यपाल पर यह आरोप लगाया है। इस मुद्दे को राज्य की मीडिया ने जोरशोर से साथ उठाया है।
राज्यपाल के निजी सचिव सौरभ पांडे ने वी षणमुगानाथन के इस्तीफे की पुष्टि की है। षणमुगनाथन ने 20 मई 2015 को मेघालय के राज्यपाल का पद संभाला था। 13 सितम्बर 2016 से उनके पास अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल का भी अतिरिक्त प्रभार था। ज्ञात हो कि बुधवार को शिलांग में राजभवन में काम करनेवाले करीब 80 कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री कार्यालय, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और गृह मंत्रालय को एक चिट्ठी लिखकर राज्यपाल को तत्काल हटाने की मांग की थी।
कर्मचारियों का आरोप था कि राज्यपाल की हरकतों से राजभवन की प्रतिष्ठा और राजभवन के कर्मचारियों की भावनाएं आहत हुई हैं। चिट्ठी में लिखा गया था कि इन गंभीर रूप से राजभवन की प्रतिष्ठा की अनदेखी की गई है और इसे एक यंग लेडीज क्लब में बना दिया गया है जिससे राजभवन के कर्मचारियों को मानसिक तनाव और तकलीफ हुई है। बुधवार को ही मेघालय के मुख्यमंत्री मुकुल संगमा ने कहा था कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्रालय के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।