इस्लामाबाद, 29 नवंबर (हि.स.)। पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ ने अपना राजनीतिक भविष्य संवारने के लिए देश में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा का खुलकर समर्थन किया है। यह जानकारी गुरुवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
एक पाकिस्तानी टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में मुशर्रफ ने खुलकर कहा कि उन्हें लश्कर ए तैयबा से मोहब्बत है और लश्कर और जमात उद दावा भी उन्हें चाहते हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह हाफिज सईद को भी पसंद करते हैं तो उन्होंने ‘हां’ में जवाब दिया। पूर्व तानाशाह ने माना कि वह हाफिज सईद से मिले हैं।
मुशर्रफ ने कहा कि वे हाफिज सईद से मिले हैं और कश्मीर में उनकी भूमिका है। उन्होंने आगे कहा कि वह हमेशा से कश्मीर में भारतीय सेना को कुचलना चाहते थे।
मुशर्रफ के इस बयान को राजनीतिक पंडित पाकिस्तान में उनकी भावी राजनीतिक योजना के रूप में देख रहे हैं। हालांकि मुशर्रफ अदालती कार्रवाई से बचने के लिए दुबई में रह रहे हैं, लेकिन वह अपनी राजनीति चमकाने के लिए मौके की तलाश में हैं। हाफिज की नजरबंदी खत्म होने के बाद वह उससे हाथ मिलाकर पाकिस्तान की राजनीति में प्रासंगिक होना चाहते हैं।