पटना, 04 अगस्त (हि.स.)। मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण कांड मामले में केन्द्रीय महिला आयोग ने शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दो पन्ने का पत्र लिखा है। पत्र में आयोग की अध्यक्ष स्वाति ने मुख्यमंत्री से कई गंभीर सवाल पूछे है।
पत्र में अध्यक्ष ने सीएम पर आरोप लगाते हुए लिखा है कि ‘सर, इनमें से आपकी कोई बेटी नहीं है पर मैं आपसे पूछना चाहती हूं कि अगर उन 34 लड़कियों में से एक भी आपकी बेटी होती, तो भी आप किसी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेते? आपके इस एक कर्म से आपने इस देश की करोड़ों महिलाओं और बच्चियों में अपनी इज्जत खोई है। मैं जानती हूं कि बिहार मेरे कार्यक्षेत्र में नहीं आता, पर देश की एक महिला होने के नाते मैं ये पत्र लिख रही हूं। मुजफ्फरपुर के बालिका गृह की कहानी शायद इस दुनिया की सबसे भयावह कहानियों में से एक हैं।
अध्यक्ष ने लिखा है ‘यहां कम से कम 34 लड़कियों के साथ बार-बार दुष्कर्म किया गया और कुछ का मर्डर कर के बालिका गृह में ही दफना दिया गया।’इनमें सभी लड़कियां 7 से 14 साल की थीं। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा ने पत्र में लिखा है- ‘एनजीओ का मालिक ब्रजेश ठाकुर नाम का हैवान एवं कई अफसर और नेता रोज रात में आकर उनके साथ दुष्कर्म करते थे।’
स्वाति ने कहा है कि उन्हें दु:ख है कि टिस की रिपोर्ट आने के 3 महीने तक नीतीश सरकार ने इस रिपोर्ट पर कोई एक्शन नहीं लिया। सरकार के एक भी मंत्री पर अब तक कोई एक्शन नहीं हुआ। इसी का नतीजा है कि जब ब्रजेश ठाकुर मीडिया के दबाव में कई दिन बाद अरेस्ट हुआ तो उसके चेहरे पर बहुत बड़ी मुस्कुराहट थी। वह एक बड़ा बिल्डर है और उसके चेहरे की हंसी उसके पॉलिटिकल रसूख को दर्शाती है। शायद उसे पता है कि यह खोखला सिस्टम उसका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा।
अध्यक्ष ने सीएम से सवाल करते हुए आगे लिखा है कि बिहार सरकार इन लड़कियों के हित में क्या कदम उठा रही है? उन लड़कियों के बेहतर कल के लिए मैं और हमारा पूरा आयोग अपनी पूरी जान लगाने के लिए तैयार हैं और हर मदद के लिए तत्पर हैं । देश में हम जैसे लाखों लोग उन बच्चियों की मदद करना चाहते हैं।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी सीएम नीतीश कुमार को इस मामले में पत्र लिखकर चिंता व्यक्त की थी।