मुंबई : दुनिया की पहली ‘महिला विशेष’ ट्रेन ने किए 25 वर्ष पूरे.
मुंबई. 5 मई : पश्चिमी रेलवे द्वारा दुनिया में पहली बार शुरू की गई ‘महिला विशेष’ उपनगरीय ट्रेन (लोकल ट्रेन ) ने 25 साल पूरे कर लिए हैं. इस सेवा को शुरु करनेवाली पश्चिमी रेलवे ने इस मौके को मील का पत्थर बताया है.
पश्चिमी रेलवे ने 5 मई, 1992 को सिर्फ महिला यात्रियों के लिए इस ट्रेन की शुरुआत की थी. दुनिया में इस तरह केवल महिलावो को सेवा देने वाली यह पहली ट्रेन थी. अधिकारीयो ने बताया कि इस सेवा की पहली शुरुआत चर्चगेट से बोरीवली के बीच हुई थी और बाद में वर्ष 1993 में इसे बढ़ाकर विरार तक कर दिया गया. जिसका महिला यात्रियों ने भरपूर स्वागत किया था. इसमें बड़ी संख्या में वे सभी महिलाएं यात्रा करती थीं, जिन्हें पहले मजबूरन एक ही तंग महिला डिब्बे में यात्रा करनी पड़ती थी. यह रेल सेवा नियमित रुप से हजारों महिलाओं को सेवा देती है. पश्चिमी रेलवे ने अब तक के इसके सफर को मील का पत्थर बताया है और कहा है कि यह महिला यात्रियों के लिए वरदान था. पश्चिम रेलवे के प्रमुख जनसंपर्क अधिकारी रवींद्र भाकर ने बताया, ‘महिला विशेष सेवा महिलाओं के लिए वरदान है जो यहां आरामदायक और सुरक्षित तरीके से यात्रा कर सकती हैं.’
1990 के दरमियान मुंबई में तेज़ी से औद्योगिक और वाणिज्यिक विकास हुआ और जिसमे दहानू ,पालघर ,विरार व आस पास के क्षेत्रो की काम करने वाली महिलाओ को काम करने का एक अवसर प्राप्त हुआ और जिसके कारण ट्रेन में यात्रा करने वाली कामकाजी महिलाओं की संख्या में भी वृद्धि हुई.
इन कामकाजी महिला यात्रारियो को पहले के समय में नियमित गाड़ियों के महिला डिब्बों में चढ़ने के लिए जूझना पड़ता था. महिलाओं के लिए पूरी गाड़ी होने का अर्थ था कि सभी कामकाजी महिलाएं बेहतर सुविधाजनक ढंग से यात्रा कर सकें और यही इन सेवाओं का मूल उद्देश्य था.