मायावती ने साधा PM पर निशाना बोली, जम्मू कश्मीर पर मोदी सरकार की नीति राजनीति से प्रेरित
लखनऊ, 05 मई (हि.स.)। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर व उससे जुड़े राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में मोदी सरकार की नीति व कार्य प्रणाली देशहित से ज्यादा राजनीति-प्रेरित लगती है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी एण्ड कम्पनी को सत्ता हड़पने की ऐसी भूख लगी हुई है कि विरोधी पार्टियों को हर प्रकार से निशाना बना कर काम किया जा रहा है तथा देशहित को भी ताक पर रख दिया गया है, जबकि अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं पर जबर्दस्त तनाव है व भारतीय सेना को अनेकों प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
मायावती शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर, आन्ध्र प्रदेश व पश्चिम बंगाल राज्य के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ पार्टी की गतिविधियों और वहां के राजनीतिक हालात के सम्बंध में आयोजित समीक्षा बैठक के बाद बोल रहीं थीं। बैठक में इन राज्यों में पार्टी के केन्द्रीय प्रभारियों ने भी भाग लिया।
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि सीमावर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर के मामले में जनहित व देशहित से ज्यादा राजनीतिक लाभ-हानि की चिन्ता करने के कारण वहां के हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि केन्द्र के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में बीजेपी-पीडीपी की गठबंधन सरकार है, लेकिन इसके बावजूद सरकार वहां विफल साबित हो रही है।
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मायावती ने कहा कि बीजेपी-पीडीपी गठबंधन सरकार की गलत नीतियों के कारण वहां की आमजनता के साथ-साथ सेना को भी आन्तरिक सुरक्षा के मामले में अनेक प्रकार की कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि वहां के हालात को सामान्य नहीं कहा जा सकता हैं तथा केन्द्र व राज्य सरकार दोनों ही सरकारों पर से आमजनता का विश्वास लगभग उठ जाने के कारण राजनीतिक शुन्यता लगातार बढ़ती ही जा रही है, जिसके सामाधान के लिये दूरगामी प्रभाव वाले कदम उठाने की सख़्त जरूरत है।
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि इसके साथ ही श्रीनगर लोकसभा उपचुनाव में लोगों की बेहद कम भागीदारी व अनन्तनाग लोकसभा उपचुनाव को मजबूरीवश स्थगित करना यह साबित करता है कि बीजेपी-पीडीपी गठबंधन सरकार आमजनता की आपेक्षा पर खरी नहीं उतर पा रही है। उन्होंने कहा कि घाटी के लोगों व खासकर छात्रों एवं युवाओं में सरकार के प्रति असंतोष व आक्रोश को राजनीतिक सूझबूझ के साथ-साथ हल करने की जरूरत है, जिसके लिये सबसे पहले उनमें आपसी विश्वास पैदा करना बहुत जरूरी है।
मायावती ने कहा कि वर्तमान में ऐसा लगता है कि सरकार अपने अहंकार में है और हर मामले को केवल बंदूक की नोक के बल पर हल करना चाहती है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर, आन्ध्र प्रदेश व पश्चिम बंगाल आदि राज्यों में भी पार्टी के जनाधार को कैडर के आधार पर तैयार करने की जरूरत है। बसपा को इन राज्यों में राज्य पार्टी के रूप में उभरने के लिये भरपूर कोशिश करनी चाहिये।