महाराष्ट्र में बरसात से बाढ़ के हालात , यातायात व्यवस्था हुआ चौपट
मुंबई, 20 सितम्बर ; मुंबई सहित महाराष्ट्र के नासिक, पुणे, सातारा, कोल्हापुर, सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी, पालघर और रायगढ के साथ ही पश्चिम महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और विदर्भ में लगातार हो रही बरसात से जनजीवन प्रभावित हो गया है। कोयना बांध के छह दरवाजों को खोल दिया गया है और ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। बांध से 11 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा गया है। राधानगरी बांध के सात दरवाजों को खोल दिया गया है।
गौरतलब है कि मुंबई सहित महाराष्ट्र के अनेक जिलों में हो रही मूसलाधार बरसात से मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों के साथ ही लोकल ट्रेन सेवा बाधित हो गई है। नासिक में गोदावरी नदी में आई बाढ़ से गोदाकाठ पानी में डूब गया है। रामकुंड पुल के ऊपर से गुजरने वाला यातायात ठप पड़ गया है। सातारा जिले में स्थित कोयना बांध के छह दरवाजों को खोलकर 11 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा गया है। महाराष्ट्र के अधिकांश बांध लबालब हो गए हैं। पश्चिम महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और विदर्भ में हो रही लगातार बरसात ने बाढ़ की स्थिति पैदा कर दी है। कोल्हापुर के राधानगरी बांध के सात दरवाजों को खोल दिया गया है तो उजनी और जायकवाडी बांध लबालब हो चुका है।
मुंबई में आफत की बरसात से थम गई रफ्तार
कोंकण क्षेत्र में हो रही मूसलाधार बरसात से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। माणगांव के 27 गांवों का संपर्क टूट गया है। पुणे में हो रही जोरदार बरसात के चलते खडकवासला बांध से 23 हजार क्यूसिक पानी को छोड़ा गया है। इसी तरह गुजरात की मच्छीमार नौका रत्नागिरी के समुद्री किनारे पर भटक गई थी, पर उसमें सवार लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे में मुंबई, उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण कोकण में मूसलाधार बरसात होने की चेतावनी दी है। (हि.स.)।