महाराष्ट्र में ‘आदर्श जिला मुख्यालय’ होगा ‘पालघर जिला मुख्यालय’ : मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस
केशव भूमि नेटवर्क , पालघर (8 नवंबर) : पालघर में बुधवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पालघर जिला मुख्यालय का भूमि पूजन करते हुए कहा की पुरे महाराष्ट्र में अत्याधुनिक सुविधाओ से लैस पालघर जिला का मुख्यालय एक आदर्श मुख्यालय होगा .
ठाणे जिला से करीब तीन साल पहले अलग होकर नया जिला बना पालघर का मुख्यालय अभी किराये के कार्यालयो में चल रहा है . जिसे देखते हुए पालघर जिला के नए मुख्यालय के निर्माण का काम सरकार ने सिड्को को सौपा है . मुख्यालय के निर्माण का काम शुरू करने के लिए सिड्को और प्रशासन की तरफ से बुधवार को पालघर में बन रहे नवानगर में भूमि पूजन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया था . भूमि पूजन के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उपस्तिथ लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले सरकार ने जल्द बाजी में ठाणे से अलग करके पालघर को नया जिला बना दिया. लेकिन नए जिला के निर्माण के लिए करीब 500 करोड़ रूपये का खर्च आता है, उसके लिए कोई व्यवस्था नहीं की गयी थी . लेकिन हमारी सरकार पालघर जिला के विकास के प्रतिगंभीर है . और हमने पालघर जिला के मुख्यालय के निर्माण का काम सिड्को को सौपा है .
इसके लिए सिड्को 600 करोड़ रूपये खर्च करने वाली है .अभी यह भूमि पूजन केवल 150 करोड़ रूपये की लागत से तैयार होने वाले कलेक्टर , एसपी और जिला परिषद मुख्यालय के लिए है .जिसे करीब दो सालो में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है .और पुरे महाराष्ट्र में अत्याधुनिक सुबिधाओ से लैस पालघर जिला का मुख्यालय एक आदर्श मुख्यालय होगा .इसके लिए फंड कम पड़ने नहीं दिया जाएगा . वैसे तो पालघर जिला आदिवासी बाहुल्य जिला है इसकी पहचान कुपोषण जिला के रूप में की जाती है लेकिन आनेवाले दो सालो में पालघर जिला की पहचान बदल जायेगी .
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साथ ही उन्होंने कहा की इस जिले में तरह तरह की योजना शुरू है जिसके कारण कुपोषण व बालमृत में करीब 40 प्रतिशत की कमी आई है . उन्होंने आदिवासी विकास मंत्री विष्णु सवारा के कामो की तारीफ करते हुए कहा की आदिवासी विभाग की तरफ अच्छे काम शुरू है . करीब 25 हजार आदिवासी छात्रों को आदिवासी आश्रम स्कुलो से निकाल कर नाम चिन्ह कालेजो में एडमिशन सरकार ने करवाया है . जहा वह अच्छी शिक्षा ले रहे है .हमने देखा है की आम छात्रो की तुलना में आदिवासी छात्रो में सिखने समझने और उसे ग्रहण करने की क्षमता ज्यादा है . साथ ही आदिवासी आश्रमस्कुल के छात्रो की अंग्रेजी व विज्ञान विषय की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कराडीपथ और एकलव्य नामक उपक्रम चलाया जा रहा है .जिसके तहत 1 लाख 32 हजार छात्रो को इसका फायदा मिलेगा .
पालघर जिला को लेकरमुख्यमंत्री ने और क्या कहा आप खुद सुन लीजिये ….
पेसा कानून के अंतर्गत जिला में करीब 411 ग्रामपंचायतो व वन हक्क कानून व अन्य सरकारी योजनाओ का सीधा लाभ मिल रहा है . प्रधानमंत्री आवास योजना व अन्य घरकूल योजनां का लाभ सभीआदिवासींयो मिलेगा और सभी का खुद का पक्का घर होगा ऐसा पालघर पहला जिला होगा .
इस अवसर पर आदिवासी विकास व पालकमंत्री विष्णू सवरा, सार्वजिनिक आरोग्य व परिवार कल्याणमंत्री डॉ. दीपक सांवत, गृह(ग्रामीण), वित्त व नियोजन राज्यमंत्री दिपक केसरकर, जिला परिषद अध्यक्ष विजय खरपडे, कोकण विभागीय आयुक्त डॉ. जगदीश पाटील, उपाध्यक्ष तथा व्यवस्थापकीय संचालक, सिडको,भूषण गगराणी, आदिवासी विकास विभागा के सचिव मनिषा वर्मा, जिलाधिकारी डॉ. प्रशांत नारनवरे, जिला परिषदचे मुख्य कार्यकारी अधिकारी मिलिंद बोरीकर, पुलिस अधीक्षक मंजुनाथ सिंगे और बड़ी संख्या में अधिकारी ,बीजेपी के पदाधिकारी कार्यकर्ता व अन्य मान्यवर उपस्तिथ थे .