महाराष्ट्र : दहेज़ की बलि चढ़ी किसान की यह बेटी , की आत्महत्या

मुंबई, 15 अप्रैल = कर्ज से परेशान होकर अब तक किसान ही आत्महत्या करते आ रहे थे अब किसान की एक बेटी ने आत्महत्या कर ली है। किसान की बेटी शीतल व्यंकट ने आत्महत्या करने के पहले एक सुसाइड नोट लिखा है, जिसमें उसने समाज पर प्रहार किया है और किसानों की दयनीय स्थिति से अवगत कराया है।
लातूर जिले के भिसे वाघोली में परिवार के साथ रह रही किसान की बेटी शीतल व्यंकट ने आत्महत्या करने के पहले एक सुसाइड नोट लिखा है। इस सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि परिवार की सतत दयनीय हो रही स्थिति से वह परेशान हो उठी थी। उसकी दो बहनों की शादी उसके पिता ने सादे कार्यक्रम में कर दी थी। गत पांच वर्ष से खेती में भी कुछ पैदा नहीं हो रहा था। आर्थिक परिस्थिति खराब होने के कारण किसान परिवार को कहीं से कर्ज भी नहीं मिल रहा था। शीतल ने आत्महत्या से पहले लिखे सुसाइड में कहा है कि मैं आर्थिक परिस्थिति से परेशान होकर आत्महत्या कर रही हूं।

मेरी शादी के लिए मेरे पिता को कोई कर्ज देने को तैयार नहीं है। मेरी आत्महत्या के लिए किसी को जवाबदार नहीं माना जाए। शीतल ने पत्र में लिखा है कि मेरे पिता मराठा कुनबी समाज में जन्म लिया है। खेती में लगातार पांच वर्षों से कुछ पैदा नहीं हो रहा था, जिससे परिवार की हालत दयनीय हो चुकी है। मेरी शादी के लिए मेरे बाप की दरिद्रता खत्म नहीं हो रही है। मराठा समाज में व्याप्त कुरीतियों व दहेज की समस्या से परेशान होकर मैं आत्महत्या कर रही हूं।