महाराष्ट्र : आरपीआई के विभिन्न गुटों का होगा एकीकरण !
मुम्बई, 02 मई (हि.स.)। महाराष्ट्र में रिपब्लिकन एकता की पुनरावृत्ति होने की संभावना नजर आ रही है। आरपीआई के सभी गुटों की बैठक के बाद इस आशय का संकेत मिल रहा है। इस एकता के लिए सभी दलित गुटों नेताओं, बुद्धिजीवियों, साहित्यकारों और पत्रकारों की एक बैठक सांताक्रूज में हुई, जिसमें 1995 की एकता को दोहराने पर चर्चा हुई।
गौरतलब है कि दलित समाज विभिन्न गुटों में विभाजित है और इसी का फायदा राजनीतिक दल उठाते आ रहे हैं। चुनाव आयोग से मूल रूप से रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया को मान्यता मिली और बाद में यह रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए), रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (गवई) के रूप में विभाजित हो गई। इसके अलावा अन्य गुट बन गए। इन सभी गुटों को एक मंच पर लाने के लिए मुंबई उपनगर के सांताक्रूज में एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में सभी ने रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (गवई) गुट में विलय होने का संकेत दिया है। बताया जाता है कि इस प्रस्ताव को रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) के अध्यक्ष आठवले ने अपनी सहमति दे दी है।
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बैठक में चर्चा हुई कि मुंबई मनपा के चुनाव आरपीआई का एक भी उम्मीदवार चुनकर नहीं आया है। इससे दलित समाज के नेताओं में अपने समाज की भूमिका को लेकर मुखमंडल पर चिंता की लकीरें देखी जा रही हैं। उल्लेखनीय है कि 1995 में रिपब्लिकन ने एकता दिखाई और 1996 में पार्टी ने 11 से 12 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारा था, जिसके चलते आरपीआई को मत भी मिले थे और मान्यता भी मिली थी।