मशहूर लोकगायिका मालिनी अवस्थी का संक्षिप्त परिचय ….
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सपना सिंह .
‘विनोद एजेंट’ के चर्चित आयटम सांग ‘यूं तो प्रेमी पचहत्तर हमारे..दिल मेरा मुफ्त का’ गाने वाली और ‘साउंड ट्रैक’ एवं ‘अता पता लापता’ जैसी फिल्मों में आवाज देने वाली मशहूर लोकगायिका मालिनी अवस्थी का जन्म उत्तरप्रदेश के कन्नौज शहर में हुआ। पिता डाक्टर प्रमथ नाथ अवस्थी नौकरी में ट्रांसफर होते रहते थे। उन की गायकी का पहला पांव तो भोजपुरी में ही पड़ा।
बड़ी बहन मल्लिका गाना सीखने बैठती थीं तो दो साल की मालिनी भी बैठ जाती थीं गाना सीखने। छह साल मिर्ज़ापुर में रहने के बाद मालिनी फिर गोरखपुर आ गईं। लखनऊ विश्वविद्यालय से हिंदी, अंगरेजी और संस्कृत तीनों विषय साहित्य के लेकर ग्रेजुएशन किया। भारतखंडे यूनिवर्सिटी से संगीत में पीजी किया। रामपुर के उस्ताद शुजात हुसैन खां और गोरखपुर के राहत अली खां एवं ठुकरी गायिका गिरजा देवी से उन्होंने शास्त्रीय गायन सीखा।
कौन हैं शारदा सिन्हा
बिहार के हर घर में जिस एक लोकगायक को गहरे सम्मान के साथ सुना और समझा जाता है, वो हैं शारदा सिन्हा। शारदा सिन्हा ने अंग्रेजी में हालांकि मास्टर डिग्री पाई, लेकिन उनकी जबान में जिस तरह से लोकभाषा बसी हुई है, वह खांटी है और लगभग अतुलनीय भी। विद्यापति और जयदेव से लेकर भिखारी ठाकुर के गीत उनके कंठ से प्रार्थना के सुर में निकलते हैं। पटना के राजेंद्र नगर इलाके में उनका घर है, जिसका नाम है, नारायणी। 1971 में लखनऊ में हुए ‘टैलेंट सर्च’ में एचएमवी कंपनी के साथ उनकी पहली बार रिकार्डिंग हुई।
इसके बाद यह सिलसिला चल निकला और आज 42 सालों से उनका यह भोजपुरी लोकगायिका का सफर अनवरत चल रहा है। बिहार कोकिला, बिहार की लता मंगेशकर, मिथिला की बेगम अख्तर, बिहार की सांस्कृतिक प्रहरी, लोक कोयल आदि-आदि कई उप नामों से संबोधित किया जाता है। 25 साल पहले राजश्री प्रोडक्शन की ‘मैंने प्यार किया’ फिल्म में भोजपुरी गीत ‘ कहे तोसे सजना…’ शारदा ने ही गाया और हाल ही में आई अनुराग कश्यप की फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर में ‘तार बिजली से पतले हमार पिया….’ जैसे टिपिकल गीत गाकर शारदा युवा पीढ़ी में भी फेमस हो गईं।