मनरेगा पर बोले खड़गे, पहले मजाक उड़ाया अब बजट क्यों बढ़ाया.
National. नई दिल्ली, 06 फरवरी= कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार केवल झूठ बोलती है। यह सरकार जुबान चलाने में तेज है। कांग्रेस ने कहा कि पहले तो सरकार मनरेगा का मजाक उड़ाया करती थी, लेकिन बजट में इसकी राशि बढ़ा दी। इसका मतलब?
कांग्रेस के नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को कहा ‘अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कमजोरियों की बात करते हैं तो संदेश पूरे देश को जाता है। वोट के लिए ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए।’
खड़गे ने कहा, पीएम ने कहा था कि एक लाख करोड़ में अहमदाबाद से मुंबई बुलेट ट्रेन आएगी। उस बात को दो साल हो गए लेकिन बुलेट ट्रेन नहीं आई। एक साल में 62 बार ट्रेनें डिरेल हुईं। बजट में इन हादसों को रोकने के लिए कुछ नहीं किया गया। खड़गे ने मजाकिया अंदाज में कहा कि ‘आपका तो हाल ऐसा है मानो प्रेम एक से हो और शादी किसी और से।’
खड़गे ने कहा कि मोदी सरकार ने देश से झूठे दावे किए। ये सरकार सिर्फ भाषण में तेज है। खड़गे ने सवाल किया कि बुलेट ट्रेन का क्या हुआ? रेल हादसों पर सरकार को जवाब देना चाहिए। पहले सरकार ने मनरेगा का मजाक उड़ाया लेकिन अब इसका बजट बढ़ा दिया। ऐसा क्यों किया?
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मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोकसभा में कहा कि देश में इस वक्त कोई अपनी बात नहीं रख सकता। अपने तरीके से रह नहीं सकता क्योंकि इस वक्त देश में अघोषित इमरजेंसी है। खड़गे ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कहा कि नोटबंदी का फैसला ठीक नहीं था। आम आदमी से लेकर किसानों को इससे बहुत परेशानी हुई। छोटे व्यापारियों को नुकसान हुआ। ऐसा किसी देश में नहीं हुआ कि अपने ही पैसे निकालने के लोगों को लाइन में लगना पड़े। उन्होंने कहा कि केंद्र को नोटबंदी का फैसला करना था तो पूरी तैयारी के साथ करना चाहिए था। तैयारी क्यों नहीं की गई?
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इससे पहले केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने नोटबंदी के फैसले का बचाव किया। महेश शर्मा ने कहा कि देश की तस्वीर बदलने के लिए इस सरकार ने बड़े और साहसिक फैसले लिए हैं। सरकार ने कभी भी कड़े फैसलों से मुंह नहीं मोड़ा है।
इससे पहले संसद के बजट सत्र के दौरान सोमवार को लोकसभा में सांसद ई. अहमद की मौत के मामले पर हंगामा हुआ जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। इससे पहले कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने इस मामले पर संसद भवन परिसर में प्रदर्शन भी किया। हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही भी बाधित हुई।