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मच्छर भगाने के लिए यदि आप डॉबर ऑडोमास लगाते हैं तो , यह खबर जरुर पढ़े …….

मुंबई, 29 नवम्बर : अगर आप यह सोचते हैं कि डॉबर ऑडोमास लगाने से मच्छर भाग जाएंगे और आपको मलेरिया या डेंगू नहीं होगा तो यह गलत है। इसी तरह आप सोचते हैं कि गोदरेज के साबुन में हल्दी व चंदन होता होगा तो यह भी गलत है। एडवर्टाइजिंग स्टैंडर्ड काउंसिल ऑफ इंडिया (एएससीआई) ने हाल में 305 ऐसे विज्ञापनों को जब देखा तो उसमें 232 विज्ञापन अपने दावे पर गलत पाए गए। 

एएससीआई के मुताबिक 305 विज्ञापनों में से सबसे ज्यादा गलत दावे शिक्षा क्षेत्र में पाए गए हैं जो 151 संस्थानों के हैं। जबकि स्वास्थ्य क्षेत्र में 62 विज्ञापनों में गलत दावे किए गए हैं तो पर्सनल केयर में 4 और खाद्य क्षेत्र मे 7 कंपनियों के विज्ञापन गलत पाए गए हैं। गोदरेज नंबर 1 सोप में तीन चौथाई हल्दी और चंदन का दावा किया गया है जो गलत है। इसी तरह हिंदुस्थान यूनिलीवर के पिंक पर्ल्स फ्राम कोरिया जैसे विज्ञापन में दावे गलत पाए गए हैं। इसमें जो सामग्री बताई गई है उसका प्रतिशत सही तरह से नहीं दर्शाया गया है। 

इस सूची में जिन प्रमुख कंपनियों के विज्ञापन में दावे गलत पाए गए हैं उसमें लोटस स्लिमिंग सेंटर, एनके प्रोटीन, जीडी फूड्स, डाबर इंडिया, अंबूजा सीमेंट, शंकर आईएएस अकादमी, अकबर अकादमी, एमिटी ग्लोबल, वीएलसीसी, जेटकिंग, देव स्लिमिंग आदि हैं। डॉबर ने हालांकि विज्ञापन रोक दिया है, पर अपनी वेबसाइट पर अभी भी वह इसे चला रहा है। 

इसी तरह वाक्स वैगन के पोलो और वेंटो के लिए कंपनी ने कम ईएमआई (किश्त) का दावा किया है, लेकिन जांच करने पर पता चला कि उपरोक्त दावा गलत है और ग्राहकों को इस तरह का कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। जबकि जांसन एंड जांसन के विज्ञापन में भी जो दावे किए गए हैं वे गलत पाए गए हैं। अन्य कंपनियों में निलाई एजुकेशनल, आइडियल एजुकेशनल, ओजस चैरिटेबल ट्रस्ट आदि का समावेश है। (हि.स.) ।

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