मकर संक्रांति तक ढाहेगी शर्दी अपना सितम.
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कानपुर, 05 जनवरी (हि.स.)। पश्चिमी बंगाल से चलने वाली हवाएं व धुंध के चलते लगातार गलन बरकार है, यहां तक कि दोपहर में भी सूरज की किरणें फीकी पड़ जाती है। जिससे लोग घर में कैद होने को मजबूर हो रहें है। मौसम विभाग का कहना है कि अभी यह गलन मकर संक्रांति तक बरकरार रहने की संभावना है।
कोहरे के साथ गलन की जुगलबंदी बीते एक सप्ताह से लोगों पर सितम ढहा रही है। जिससे सुबह वाहन रेगेने को तो मजबूर हो ही रहें है, मॉर्निंग वाकर व राहगीर भी जूझ रहें हैं। कोहरे का आलम यह है कि 100 मीटर में भी कुछ दिखाई नहीं पड़ रहा है। दिन होने के बाद भी वाहनों को हेड लाइट जलाने को मजबूर रहें।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्यौगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. अनिरूद्ध दुबे ने बताया कि पूर्वी हवाओं के चलते पहाड़ों की बर्फवारी का असर यहां पर आ रहा है जिससे गलन बढ़ रही है तो वहीं कोहरा भी बढ़ रहा है। बताया कि मकर संक्रांन्ति तक ऐसा ही मौसम बरकरार रहेगा। इसके साथ ही कहा कि मटर, आलू, अरहर के लिए कोहरा या पाला बहुत नुकसान दायक है। पर गेंहू के साथ चना व मसूर के लिए फायदेमंद है।