भ्रष्टाचार मिटाने के लिए जैसे-तैसे पैसा कमाने की सोच बदलनी होगी : राजनाथ
नई दिल्ली, 27 जनवरी (हि.स.)। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि केवल प्रशासनिक उपायों से भ्रष्टाचार कम नहीं होगा बल्कि इसके लिए लोगों को शिक्षित कर उनकी ‘जैसे-तैसे पैसा कमाने’ की सोच में भी बदलाव लाना जरूरी है।
‘ऑन द ट्रेल ऑफ द ब्लैक’ नामक पुस्तक का विमोचन करते हुए उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को मिटाए बिना देश से गरीबी को हटाना संभव नहीं है| सरकार भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने का प्रयास कर रही है| इसमें किसी को संशय नहीं होना चाहिए।
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबराय ने उक्त पुस्तक का संपादन किया है। पुस्तक में भ्रष्टाचार और कालेधन के बीच के गठजोड़ को दर्शाया गया है और उसे मिटाने के उपाय सुझाए गए हैं।
अपनी सरकार की ओर से किए गए प्रयासों का जिक्र करते हुए राजनाथ ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद कालेधन पर एसआईटी का गठन किया गया और बेनामी प्रोपर्टी कानून लाया गया। प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण, ई-निविदा, ई-खरीद जैसी प्रक्रिया की शुरूआत की गई।
उन्होंने कहा कि आय में असमानता के चलते सामाजिक अस्थिरता पैदा होती है| यह चिंता की बात है। इसके पीछे भ्रष्टाचार काफी हद तक जिम्मेदार है। ऐसे में केवल प्रक्रिया में बदलाव लाना ही काफी नहीं होगा| लोगों को नैतिक शिक्षा देना और स्वयं का उदाहरण पेश करना होगा। उन्होंने नीति आयोग से लोगों की आदत में बदलाव लाने की दिशा में काम करने को कहा।
नेहरू मेमोरियल म्यूज़ियम लाइब्रेरी के निदेशक शक्ति सिन्हा, स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह-संयोजक अश्विनी महाजन तथा नीति आयोग के सीईओ अभिताभ कांत भी इस अवसर पर उपस्थित थे।