भीमा-कोरेगांव की हिंसा भड़काने का आरोप मुझपर लगाना गलत है : संभाजी
मुंबई, 05 जनवरी (हि.स.)। शिव प्रतिष्ठान के संस्थापक/ अध्यक्ष संभाजी भिडे गुरुजी ने भारिप बहुजन महासंघ के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि मैं जागरूकता लाने का काम करता हूं। हिंसा फैलाने का आरोप गलत है। भिडे गुरुजी ने सरकार से मांग की है कि वह इस मामले की जांच करवाकर दूध का दूध और पानी का पानी करें।
गत सोमवार, 01 जनवरी को भीमा-कोरेगांव में भड़की हिंसा के बाद पूरा महाराष्ट्र धधक उठा था, दलितों ने दो दिन तक पूरे महाराष्ट्र को बंधक बना लिया था। मंगलवार को मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में भड़की हिंसा के बाद भारिप बहुजन महासंघ के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने बुधवार को पूरे महाराष्ट्र को बंद करने का ऐलान करते हुए अपनी ताकत दिखाई और शिव प्रतिष्ठान के संस्थापक अध्यक्ष संभाजी भिडे गुरुजी पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस हिंसात्मक घटनाओं को फैलाने में उनका ही योगदान है, इसलिए बांबे बम विस्फोट मामले में जिस तरह से याकुब मेमन पर मामला दर्ज करके कार्रवाई की गई थी, ठीक उसी तरह की कार्रवाई भिडे गुरुजी पर की जाए।
औरंगाबाद के छावनी पुलिस थाने में और पुणे के पिंपरी पुलिस थाने में भिडे गुरुजी के खिलाफ हिंसा फैलाने का मामला दर्ज किया गया है। यहां पर यह भी बता दें कि भिडे गुरुजी के समर्थन में सांगली में एक रैली करके उनके खिलाफ दर्ज किए गए मामले को वापस लेने की मांग की गई है और अब गुरुवार को भिडे गुरुजी ने सरकार को एक पत्र लिखकर जहां मामले की जांच करने की मांग की है, वहीं शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा है कि उन पर बेबुनियाद आरोप लगाए गए हैं। मैं प्रकाश आंबेडकर द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करता हूं और सरकार से मांग करता हूं कि वह इस मामले की जांच करवाकर दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें।