भारत का समुद्री हित देश की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा से जुड़ा : राष्ट्रपति
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नई दिल्ली, 08 दिसम्बर (हि.स.)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को विशाखापट्टनम में भारतीय नौसेना की पनडुब्बी शाखा को राष्ट्रपति कलर भेंट करने के बाद संबोधित करते हुए कहा कि भारत के समुद्री हित सीधे तौर पर देश की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा के साथ ही जनता की समृद्धि से जुड़े हुए हैं।
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि 90 प्रतिशत से अधिक भारतीय व्यापार (वॉल्यूम के मुताबिक) समुद्री मार्ग के जरिए किया जाता है। इससे न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा में बल्कि राष्ट्र निर्माण की व्यापक प्रक्रिया में भारतीय नौसेना की भूमिका को बढ़ जाती है। समद्री शक्ति के मामले में नौसेना भारत की एक प्रमुख ताकत है। सैन्य और नागरिकों दोनों तरह के समुद्री हितों के देख-रेख की जिम्मेदारी नौसेना पर ही है।
राष्ट्रपति ने कहा कि समंदर को भारतीय नौसेना की पराक्रमी पनडुब्बियों से बेहतर और कौन जानता है जो कि लहरों के बीच अपनी नावों का संचालन करते हैं और अपने चुनौतीपूर्ण कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं। सभी अपने पेशेवर जिम्मेदारी जोखिम के बीच बहुत कौशल के साथ पूरा करते हैं। राष्ट्र को उनकी उपलब्धियों पर गर्व है। राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति उनके योगदान के लिए देश उनकी प्रशंसा करता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले 50 वर्षों से भारतीय नौसेना की पनडुब्बी शाखा ने शांति और युद्ध में राष्ट्र के प्रति जो असाधारण सेवा की है, उसके लिए उसे कलर्स भेंट किया गया है। उन्होंने पनडुब्बी शाखा को इसके लिए बधाई दी। उन्होंने भारतीय नौसेना की पनडुब्बी शाखा के उन कर्मियों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने देश की सेवा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए।